धार के मलगांव में किराए के भवन में चल रही बच्चों की पढ़ाई
धार, अग्निपथ। जिले में हर साल शिक्षा के लिए करोड़ों रुपये का बजट आने के बावजूद, जमीनी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता और भविष्य सवालों के घेरे में है। जिला मुख्यालय से मात्र सात किलोमीटर दूर मलगांव स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुका है। भवन की दयनीय हालत के चलते अनहोनी के डर से बच्चों की कक्षाओं को गांव के ही एक किराए के मकान में स्थानांतरित करना पड़ा है।
बच्चों की जान जोखिम में न आए, यह सुनिश्चित करने के लिए कक्षा पहली से पांचवीं तक की पढ़ाई अब किराए के अस्थाई ठिकाने पर चल रही है। ग्रामीण मदन दास ने बताया कि पुराने भवन में बच्चों को बैठाना उनकी जान जोखिम में डालने जैसा था, जिसके कारण यह अस्थायी व्यवस्था करनी पड़ी।
अधिकारियों ने शिकायतों को किया नजरअंदाज
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने स्कूल की मरम्मत या नए भवन के निर्माण के लिए कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायतों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने चिंता व्यक्त की कि किराए के मकान में चल रही पढ़ाई बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। यह स्थिति सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारी बजट खर्च करने के दावों के विपरीत है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया निरीक्षण, दिया आश्वासन
ग्रामीणों की लगातार शिकायतों के बाद, जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार मेड़ा ने स्कूल का निरीक्षण किया। उन्होंने भवन की हालत को ‘अत्यंत गंभीर’ बताया और कहा, “बच्चों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”
मेड़ा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मलगांव स्कूल भवन के नव-निर्माण के लिए संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेजकर जल्द कार्यवाही शुरू करवाई जाएगी। ग्रामीणों को अब उम्मीद है कि अध्यक्ष के निरीक्षण के बाद प्रशासन त्वरित कदम उठाएगा और सरकारी काम जल्द पूरा होगा।
