धार,अग्निपथ। धार जिले में तेंदुओं की बढ़ती संख्या के साथ उनकी मृत्यु दर भी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में, नालछा ब्लॉक के ग्राम सोडपुर पंचायत के नजदीक जंगल में रविवार को एक घायल तेंदुआ मिला। तेंदुए के आबादी क्षेत्र के पास दिखने से गाँव में दहशत फैल गई। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, हालाँकि रेस्क्यू से पहले ही तेंदुए की मौत हो चुकी थी।
वृद्धावस्था और बीमारी हो सकती है मौत की वजह
तेंदुआ जंगल की झाड़ियों के पास घायल अवस्था में मिला था। नालछा के डिप्टी रेंजर मोहनलाल सोलंकी ने सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) टी. विश्वनाथन अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुँचे।
डीएफओ टी. विश्वनाथन ने बताया कि शुरुआती जाँच में तेंदुए के शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं। उनका अनुमान है कि शायद वह उम्रदराज होने के साथ बीमार था, जिसके कारण उसकी मौत हुई होगी। मौके पर डीएफओ टी. विश्वनाथन के साथ एसडीओ संतोष कुमार रणशोरे, रेंजर सचिन सीहेदे व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
इंदौर से वन विभाग की रेस्क्यू और मेडिकल टीम भी मौके पर पहुँची। डीएफओ ने बताया कि नालछा के 343 बीट क्रमांक इलाके से तेंदुए की मौजूदगी की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि मौत का स्पष्ट कारण पोस्टमॉर्टम (पी.एम.) रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा।
