माइक्रो फाइनेंस कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी फरार, सैकड़ों महिलाएं एसपी कार्यालय पहुंची
उज्जैन, अग्निपथ। महिलाओं को एक लाख रुपये का लोन देने के नाम पर उज्जैन में लाखों रुपये की ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। ग्रीन फील्ड माइक्रो फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रोसेसिंग फीस के नाम पर प्रत्येक महिला से 3 हजार 650 रुपये जमा कराए और फिर कार्यालय बंद कर फरार हो गए। इस तरह सैकड़ों महिलाओं से धोखाधड़ी की गई है। ठगी की शिकार 60 से अधिक महिलाओं ने सामूहिक रूप से पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। माधवनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शहर की कई बस्तियों की महिलाओं को बनाया निशाना
माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी अंकित बर्फा और दो अन्य लोगों ने अमरदीप नगर, शांति नगर, जूना सोमवारिया, तिलकेश्वर कॉलोनी सहित शहर की कई बस्तियों की महिलाओं को निशाना बनाया।
आरोपियों ने महिलाओं को एक लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा दिया। लोन दिलाने के एवज में इन्होंने प्रोसेसिंग फीस, बीमा और फॉर्म जमा करने के नाम पर हर महिला से 3 हजार 650 रुपये जमा करवाए। इसके अलावा, महिलाओं से दो फोटो, बिजली बिल की कॉपी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, राशन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लिए गए। धोखाधड़ी के लिए 50 रुपये के स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर भी करवाए गए थे।
300 से अधिक महिलाओं ने जमा कराए रुपये
बताया जा रहा है कि शहर में 300 से ज्यादा महिलाओं ने लोन के लिए आवेदन किया और फीस के साथ फॉर्म जमा किए। फाइनेंस कंपनी के लोगों ने 10-10 महिलाओं का समूह बनाया था और उन्हें मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर दो साल के लिए लोन देने तथा आठ दिन में बैंक खाते में राशि डालने का वादा किया था।
कार्यालय बंद मिला, कर्मचारी फरार
ठगी की शिकार महिलाओं ने बताया कि फॉर्म और पैसे जमा करने के 10 दिन से अधिक गुजर जाने के बाद भी जब उनके खातों में लोन की राशि नहीं आई, तो उन्होंने कर्मचारी अंकित बर्फा को कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला।
शनिवार को जब महिलाएं शहीद पार्क स्थित ग्रीन फील्ड माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कार्यालय पहुँची, तो वहाँ ताला लगा मिला। इसके बाद 60 से अधिक महिलाओं ने एकजुट होकर पुलिस कंट्रोल रूम और माधवनगर थाने पहुंचकर सामूहिक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने सभी महिलाओं के आवेदन ले लिए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
