शाजापुर, अग्निपथ। शाजापुर में पत्नी को लेकर हुए विवाद में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त की हत्या कर दी थी, जिसे न्यायालय ने आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है। आरोपी ने हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस जाँच में उसका झूठ पकड़ा गया।
अतिरिक्त जिला लोक अभियोजन अधिकारी रमेश सोलंकी ने बताया कि 16 नवंबर 2022 की रात करीब 9:30 बजे यह घटना हुई। मृतक सुनील वर्मा अपने दोस्त विनोद से मिलने देवास से शाजापुर आया था। दोनों रेलवे लाइन के पास एक ढाबे पर शराब पी रहे थे, तभी विनोद और सुनील के बीच विनोद की पत्नी को लेकर विवाद हो गया।
गुस्से में विनोद ने सुनील के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी, और बाद में शव को घसीटकर रेलवे ट्रैक पर रख दिया ताकि यह दुर्घटना लगे। रेलवे स्टेशन मास्टर की सूचना पर शव दो हिस्सों में कटा हुआ मिला था। घटनास्थल पर घसीटने के निशान और खून मिलने पर पुलिस को हत्या का संदेह हुआ।
सभी परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने आरोपी विनोद पिता शिवनारायण निवासी बिकलाखेड़ी को आजीवन कारावास और 1000 रुपये अर्थदंड की सज़ा सुनाई। सबूत छुपाने के अपराध में तीन साल के कठोर कारावास और 500 रुपये अर्थदंड की अतिरिक्त सज़ा भी दी गई।
