उज्जैन। सेना में शहीद नागदा में बादल सिंह की अंतिम यात्रा के दौरान वीडियो बनाने के मामले में हुई मामूली कहासुनी के विवाद में कथित तौर पर एट्रोसिटी एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है। इसको लेकर सपाक्स संगठन ने विरोध जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सपाक्स संस्था के प्रतिनिधि मंण्डल नें जिला अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच हेतु ज्ञापन दिया। इसमें बताया गया कि 27 मार्च को शहीद बादलसिंह की अंतिम यात्रा नागदा में निकाली गई थी।
जिसमें केन्द्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, सेना के जवान तथा पुलिस बल सहित शहर के गणमान्य नागरिक एवं विभिन्न राजनैतिक संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। वहीं नरेन्द्र लोहार भी शहीद को श्रंद्वांजलि देनें अंतिम यात्रा में गये थे।
अंतिम यात्रा में मोहित पिता ओमप्रकाश द्वारा कुछ लोगों के सामनें आकर वीडियो बनाया जा रहा था लोगों द्वारा कहा गया कि थोड़ा साइड में होकर विडियो बना लो। इस पर उसने कहा मुझे जानते नहीं हो। इसके बाद साधारण सी बात को लेकर ओमप्रकाश गेहलोत पिता देवीलाल गेहलोत नें अपने पुत्र मोहित गेहलोत के कहने पर अपनें राजनैतिक संबधों का उपयोग करते हुए नरेन्द्र लोहार पिता रामलाल लोहार के खिलाफ पुलिस थाना नागदा जिला उज्जैन में एट्रोसिटी एक्ट के अंतर्गत झूठी रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज करवा दिया गया।
सपाक्स द्वारा संज्ञान लेकर एएसपी सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर सपाक्स के शहर अध्यक्ष डॉ. निर्दोष निर्भय पाठक, एसएन वर्मा, संभागीय समन्वयक अशोक दुबे, एडवोकेट हरदयाल सिंह, मीडिया प्रभारी चंद्रेश पुरोहित, अभिजीत दुबे, लोकेन्द्र शास्त्री, अमितोज भार्गव, वायएम ़ित्रपाठी, डॉ. प्रवीणसिंह परिहार, शौकत खान के साथ नागदा के पीडि़त नरेन्द्र लोहार, निकेतन गांधी, सीमा लोहार, शारदा देवी, भेरू सिंह, विकास चावड़ा, तारा भारती, राहुल आदि उपस्थित थे।