पाटीदार हॉस्पिटल में आगजनी की जांच 24 घंटे में पूरी: लापरवाहीं से लगी थी आग, संचालकों पर हो सकती कार्रवाई

उज्जैन,अग्निपथ। पाटीदार हॉस्पीटल में आगजनी की जांच कर रहे दल ने काम पूरा कर सोमवार रात प्रतिवेदन बना लिया। घटना के कारणों का खुलासा मंगलवार को होगा, लेकिन मिले प्रमाणों से पता चला है कि मरीजों की जान सांसत में फंसने की वजह जिम्मेदारों की लापरवाहीं रही है। नतीजतन मामले में संचालक आरोपी बनाए जा सकते है।

सर्वविदित है घासमंडी स्थित पाटीदार हॉस्पिटल में रविवार दोपहर आग लग गई थी। घटना के समय यहां 80 मरीज भर्ती थे। पुलिस प्रशासन व स्वास्थ विभाग की मशक्कत के कारण कोई हताहत तो नहीं हुआ था, लेकिन चार मरीज झूलस गए थे।

कलेक्टर आशीष सिंह ने घटना की वजह और पूनरार्वत्ति न हो इसके लिए चार सदस्यीय टीम गठित कर 24 घंटे में जांच पूरी करने के आदेश दिए थे। टीम में शामिल एसडीएम गोविंद दूबे, सीएसपी हेमलता अग्रवाल,एफएसएल अधिकारी प्रीति गायकवाड़ व फायर ब्रिगेड ऑफिसर अजय राजपूत ने तय समय में जांच कर रात को माधवनगर थाने में प्रतिवेदन तैयार किया। जिसमें हॉस्पीटल प्रशासन की लापरवाहीं सामने आई है।

सूत्रों की माने तो टीम देर रात या मंगलवार को कलेक्टर को रिपोर्ट सौंप देगी,जिसके बाद हॉस्पिटल संचालक डॉ. महेंद्र पाटीदार व उमाशंकर पाटीदार पर कार्रवाई हो सकती है। याद रहे घटना के दौरान हॉस्पिटल में कोरोना के मरीज व शिशु भी थे। अगर पुलिस प्रशासन सक्रिय नहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

यह वजह आई सामने

  1. पंखे के तार खुले रहने से चिंगारी निकली और सिलिंग ने आग पकड़ ली। -हॉस्पिटल में मामूली आग बुझाने के प्रर्याप्त साधन नहीं थे, इसलिए आग भडक़ी।
  2. बिल्डिंग के चारों ओर से बंद रहने के कारण हॉस्पिटल में धूआं भराने के कारण बुझाने में परेशानी आई।
  3. हॉस्पिटल से निकलने का वैकल्पि मार्ग नहीं होने से अफरा तफरी मची।
  4. सकरी गली के कारण मरीजों को रेस्क्यू करने और आग बुझाने में दिक्कत हुई।

टीम बोली जांच पूरी

मामले में टीम मेेंं शामिल अधिकारियों ने प्रतिवेदन तैयार करने का हवाला देकर जांच रिपोर्ट का खुलासा का इंकार कर दिया। लेकिन लापरवाहीं से आगजनी व जि मेदारों पर कार्रवाई की संभावना जताई है। उन्होंने तुरंत ही कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपकर मंगलवार को खुलासे की पुष्टी भी की है।

Next Post

पिछले दो वर्षों से टूटी पड़ी चंवली नदी पुलिया की रैलिंग

Mon Apr 5 , 2021
आये दिन वाहन नदी में गिरने से हो रहे हादसे, जवाबदार नहीं दे रहे ध्यान डोंगरगांव (शंकर कारपेंटर काका)। इन्दौर कोटा राज्य मार्ग पर डोंगरगांव से 4 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश की आखिरी सीमा पर बनी चंवली नदी की पुलिया के दोनों तरफ की रैगिंग पिछले दो वर्षों से टूटी पड़ी […]