उज्जैन, अग्निपथ। ट्रेनों में शगुन या दान के नाम अवैध वसूली करते किन्नरों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। फिर एक बार ट्रेन में किन्नरों ने दान मांगते समय एक यात्री से बदतमीजी की और विरोध करने पर मारपीट कर डाली। युवक ने उज्जैन स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस आरोपी किन्नरों की पहचान कर तलाश के प्रयास कर रही है।
घटना दो दिन पुरानी बताई जा रही है। यात्री के शिकायत के लिए थाने पहुंचने के बाद एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला सामने आया। जीआरपी ने बताया दो दिन पूर्व सोमवार को ट्रेन संख्या 19490 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर ग्राम सामानेरा का रहने वाला विशाल अपने तीन दोस्तों के साथ सागर से उज्जैन आ रहा था। ये सभी यात्री जनरल कोच में सवार थे।
सीहोर स्टेशन पहुंचने से पहले दो किन्नर ट्रेन में चढ़े और यात्रियों से शगुन के रुपए मांगने लगे। इसी दौरान रुपए को लेकर विशाल से विवाद शुरू कर दिया। विवाद बढ़ा तो किन्नरों ने मिलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। ट्रेन में विवाद से कोच में अफरा-तफरी मच गई। युवकों ने पुलिस की धमकी दी तो किन्नर चलती ट्रेन से कूदकर भाग गए।
उज्जैन आने पर विशाल और उसके साथी जीआरपी पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। जीआरपी ने स्टेशन परिस और ट्रैक पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर आरोपियों की तलाश शुरू की है। इस घटना के कुछ ही दिन पहले ट्रेन में इसी तरह मां बेटी के साथ किन्नरों ने अभद्रता और झूमाझटकी की थी।
शराबी ने डिप्रेशन में फांसी लगाकर आत्महत्या की
उज्जैन, अग्निपथ। माधवनगर थाना क्षेत्र स्थित देसाई नगर में रहने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह उसकी मां ने उसे फंदे पर लटका देखा। अस्पताल लाने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया सुरेश पिता रामदयाल अखंड उम्र 55 वर्ष ड्राइवर था। उसकी शादी नहीं हुई थी और वह शराब का आदी भी था। पिछले चार दिनों से ज्यादा ही शराब पी रहा था।
मंगलवार रात सुरेश शराब पीकर घर आया, उसकी मां ने उसे खाना दिया। वह खाना खाकर सो गया था, लेकिन सुबह मां रामकुंवर बाई जब उसे जगाने पहुंची तो देखा कि वह साडी का फंदा बनाकर फांसी पर लटका हुआ था। मां ने शोर मचा दिया। आवाज सुनकर उसका भाई सत्यनारायण आया। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची।
मृतक को फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने मृत्यु की पुष्टि की। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बताया जाता है कि शराब के नशे और डिप्रेशन के चलते सुरेश ने आत्महत्या कर ली।
