आये दिन वाहन नदी में गिरने से हो रहे हादसे, जवाबदार नहीं दे रहे ध्यान
डोंगरगांव (शंकर कारपेंटर काका)। इन्दौर कोटा राज्य मार्ग पर डोंगरगांव से 4 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश की आखिरी सीमा पर बनी चंवली नदी की पुलिया के दोनों तरफ की रैगिंग पिछले दो वर्षों से टूटी पड़ी हुई है। जो हादसों का सबब बनती जा रही है। इस पुलिया से रोजाना हजारों की संख्या में छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही होती है। इसके बाद भी इस राज्य मार्ग के जवाबदार अपनी आंखे मूंदे कर बैठे हुए हैं।
ज्ञात रहे इस पुलिया से पिछले दो वर्षों के अन्तराल में अभी तक कई छोटे बड़े वाहन इस नदी में गिरने चालकों की मौत होने के साथ ही कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। इसके बावजूद जवाबदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शायद वो किसी बहुत बड़े हादसे का इन्तजार कर रहे हैं। वहीं नदी के आसपास रहने वाले दुकानदारों ने बताया है कि इस नदी के दोनों तरफ की रैगिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण यहां पर निकलने वाले वाहनों की रात के समय हेडलाइटों की तेज रोशनी के चलते चालक को कुछ दिखाई नहीं देता। इस दौरान दोनों ओर से आमने सामने आ जाने के कारण चालकों का संतुलन बिगड़ जाने के कारण वाहन नदी में गिर रहे हैं। इसी लिए आये दिन इस पुलिया पर घटनाएं होती आ रही हंै। लेकिन जबावदारों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शायद वह किसी और बड़े हादसे का इन्तजार कर रहे हंै।
एक सप्ताह में वाहन गिरने की दूसरी घटना
इस चंवली नदी में पिछले कुछ दिनों पहले रात्रि के समय एक कार गिर गई थी। उन घायल को आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने बाहर निकाल कर चिकित्सालय पहुंचाया गया था। जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। वहीं सोमवार को अल सुबह एक टै्रक्ट्रर-ट्राली पुलिया पर लटक गई। गनीमत रही की कोई हताहत नहीं हुआ और बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं टै्रक्टर ट्राली को जेसीबी से निकालने में तकरीबन दो घंटे का समय लगा। इस दौरान राज्य मार्ग पर 2 घंटे तक जाम लगा रहा। जिसके कारण रोड पर निकलने वाले यात्रियों और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इनका कहना
पूर्व मंडी अध्यक्ष रुपसिंह सोनगरा एवं गुराडिय़ा ग्राम पंचायत प्रधान अमरसिंह दांगी ने बताया कि इस नदी में रात्रि के दौरान छोटे मोटे वाहनों के गिरने से वाहन चालाक घायल हो रहे हैं। संबंधित अधिकारियों को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए, ताकि होने वाले हादसों से लोगों की जान बचायी जा सके।