मालिक को चकमा देकर हुआ फरार
धार,अग्निपथ। जिला मुख्यालय से $9$ किलोमीटर दूर अनारद स्थित विनायक फिलिंग स्टेशन (पेट्रोल पंप) पर विगत $16$ वर्षों से कार्यरत एक भरोसेमंद कर्मचारी पंप संचालक को करीब 7 लाख रुपये का चूना लगाकर फरार हो गया। कर्मचारी पर कई वर्षों से रोज़ाना की प्राप्त राशि में धीरे-धीरे हेराफेरी (अमानत में खयानत) करने का आरोप है। पंप संचालक को गबन की जानकारी तब हुई जब $2$ दिसंबर को कर्मचारी कृष्णा पिता सुरजलाल लववंशी ड्यूटी पर नहीं पहुँचा और उसका मोबाइल बंद आने लगा।
आत्महत्या की बात कहकर दिया झाँसा
फरार होने से एक दिन पहले $1$ दिसंबर को आरोपी कृष्णा ने पंप संचालक को फोन पर बताया कि उस पर भारी कर्ज है और वह मानसिक व शारीरिक रूप से अत्यधिक परेशान है, यहाँ तक कि उसने आत्महत्या जैसी बात भी कही। संचालक ने उसे समझा-बुझाकर अगले दिन पंप पर आकर समस्या का समाधान निकालने को कहा। हालाँकि, अगले दिन सुबह आरोपी पंप पर नहीं पहुँचा।
हिसाब की जाँच में हुआ खुलासा
कर्मचारी के नहीं आने पर पंप संचालक ने स्वयं पहुँचकर हिसाब की जाँच की, जिसमें कई वर्षों से चल रही हेराफेरी का खुलासा हुआ और कुल 7 लाख रुपये का गबन सामने आया। इसी दौरान, संचालक को आरोपी के मोबाइल नंबर से व्हाट्सऐप पर एक मैसेज भी प्राप्त हुआ, जिसमें उसने लिखा था कि वह पंप नहीं आएगा और घर छोड़कर जा रहा है। आरोपी तब से ही लापता है और परिवारजन भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज किया प्रकरण
पंप संचालक की शिकायत पर नौगांव पुलिस ने मामले में धारा 420, 408 भादवि में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी हिरुसिंह रावत ने बताया कि पंप संचालक से प्राप्त आवेदन और व्हाट्सऐप स्क्रीनशॉट के आधार पर कर्मचारी कृष्णा पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है और आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।
