शाजापुर, अग्निपथ। उम्र के जिस पड़ाव पर लोग आराम की उम्मीद करते हैं, वहां बुधवार को शाजापुर की सडक़ों पर एक अलग ही मंजर था। अपने हक और सम्मान के लिए बुजुर्गों ने ऐसी हुंकार भरी कि पूरा कलेक्ट्रेट परिसर गूंज उठा। मौका था पेंशनर्स डे का, जहां अपनी लंबित मांगों को लेकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने जंगी प्रदर्शन किया।
प्रमुख पेंशनर्स एसोसिएशन (जिला शाखा, शाजापुर) के बैनर तले जिले भर के सैकड़ों पेंशनर्स एकजुट हुए। जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह पंवार के नेतृत्व में बुजुर्गों ने जोरदार नारेबाजी की और शासन को स्पष्ट संदेश दिया कि यदि उनकी जायज मांगें नहीं मानी गईं, तो वे चुप नहीं बैठेंगे। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम मनीषा वास्केल को सौंपा गया।
75 की उम्र पार कर साथियों का सम्मान
आंदोलन के बीच सम्मान की एक बेहद भावुक तस्वीर भी देखने को मिली। एसोसिएशन ने अपने उन साथियों का अभिनंदन किया, जिन्होंने जीवन के 75 बसंत देख लिए हैं। एसडीएम वास्केल ने इनपेंशनर्स को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में प्रमुख
- फतेहसिंह जाट
- गोपाल स्नेही
- राजेंद्र पाठक
- कृष्णा तिवारी
- विनोद शितुते
- नंदकिशोर सोलंकी
- शिवसिंह
- रमेशचंद्र शर्मा
- माखनसिंह परमार
- श्रीकृष्ण शर्मा
- पद्मा श्रीवास्तव
- कैलाश नारायण शर्मा
- रमेश चंद्र गुप्ता
- के.पी. मिश्रा
- मनोरमा चावड़ा और मनोहर लाल शर्मा।
5 मुख्य मांगें
एसोसिएशन ने ज्ञापन के माध्यम से शासन के सामने अपनी मुख्य मांगें रखीं जिनमें
- जिला स्तर पर पेंशन कार्यालय बंद करने की कवायद तुरंत रोकना
- केंद्र के समान जुलाई 2024 से 3 प्रतिशत राहत राशि और एरियर का तत्काल भुगतान
- 1 जुलाई 2019 से जून 2024 तक की महंगाई राहत की शेष राशि का भुगतान
- जिला स्तर पर फोरम गठित कर नियमित बैठकें आयोजित की जाएं।
- बिजली बोर्ड के पेंशनर्स को भी राज्य कर्मचारियों की तरह जिला पेंशन कार्यालय से भुगतान हो और सेवानिवृत्त शिक्षकों के अर्जित अवकाश प्रकरण जल्द सुलझाए जाएं।
प्रदर्शन में संरक्षक टी.आर. सिसोदिया, राजेंद्र शर्मा, दीवान सिंह यादव, संतोष सचान, जिला महामंत्री तिलोक चंद्र भालोट सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मधुकान्ता दवे और पुलिस प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भगवान पुरी गोस्वामी ने भी अपनी टीम के साथ सक्रिय भागीदारी निभाई।
