175 की जान गई बताए सिर्फ पांच, सीएम से करेंगे लापरवाही की शिकायत
उज्जैन,अग्निपथ। कोरोना संक्रमितों के इलाज में प्रशासन लापरवाहीं कर रहा है। मौत के आकड़े भी छुपाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। पांच दिन में करीब 175 लोगों की मौत हुई, लेकिन बुलेटिन में सिर्फ पांच बताए गए। गुरुवार को यह आरोप लगाया है जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक यादव ने उन्होंने मामले में लॉकडाउन खुलने के बाद मु यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से शिकायत का कहा है।
यादव ने आरोप लगाया कि महामारी के बावजूद प्रशासन लापरवाहीं बरत रहा है। अस्पतालों में जगह नहीं है। इंजेक्शन व ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऐसे में आठ दिन पहले उन्होंने देवेंद्रसिंह सेंगर के संक्रमित होने पर कलेक्टर से बात की थी। उन्होंने सेंगर का नंबर लिया, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया। जैसे-तैसे हमने पांच इंजेक्शन का इंतजाम किया।
उन्होंने गुप्ता नर्सिंग होम में हुई एडवोकेट राजेंद्र उपाध्याय की मौत पर भी सवाल उठाए। कहां जांच रिपोर्ट नहीं मिलने के बावजूद प्लाज्मा चढ़ाया, इंजेक्शन लगाए बावजूद जान नहीं बचाई जा सकी। इस भयावह स्थिति के बाद भी प्रशासन सोया है।
मौत के आंकड़े छुपाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। इसलिए लॉकडाउन खत्म होने पर अभिभाषक संघ उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव को प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से अवगत कराने के साथ ही मुख्यमंत्री चौहान से मिलकर भी शिकायत करेगा।
यह हैं मौत के असली आंकड़े
यादव के अनुसार कोरोना से शहर में रविवार को 50, सोमवार को 34, मंगलवार को 39 और बुधवार को 52 लोगों की जान गई। बुलेटिन में मौत सिर्फ पांच बताई तो फिर 170 लोग कैसे मरे और सामान्य मौत थी तो परिजनों को शव क्यों नहीं सौंपे गए। उन्होंने कहां कि प्रशासन मौत के आंकड़े छुपाकर जिम्मेदारियों से नहीं बच सकता।
लॉकडाउन की जगह जागरुक करे
यादव ने कहां लॉक डाउन से निम्न व मध्यमवर्गीय लोग परेशान है। प्रशासन ने लॉक डाउन लगाया, लेकिन जरुरतमंदों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। उनके अनुसार लॉक डाउन की जगह लोगों को सोश्यल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनेटाइजर के लिए जागरुक करना चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर भी चिंता नहीं करने का आरोप लगाया है।