गांव का कोई भी पॉजीटिव नहीं, फिर भी 1 साल के बच्चे की मौत

एंटीजन टेस्ट में बताया कोरोना पॉजीटिव, माता-पिता भी स्वस्थ

उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना का नया स्ट्रेन अब छोटे बच्चों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। बुधवार को नलखेड़ा के पास के गांव का रहने वाला एक वर्षीय बालक कोरोना संक्रमित हो गया। आगर से शहर के निजी अस्पताल के डॉक्टर द्वारा उसका एंटीजन टेस्ट कराया गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। गुरुवार की सुबह उसकी कोरोना से मौत हो गई।

बुधवार को नलखेड़ा से 12 किलोमीटर दूर स्थित गुर्जरखेड़ी गांव का 1 वर्षीय बच्चे को बुखार आया था। बच्चे को तो पहले नलखेड़ा अस्पताल ले जाया गया जहां से उसको आगर रैफर किया गया। लेकिन स्थिति बिगड़ती देख कर आगर से बालक को उज्जैन ले जाने को कहा गया।

उज्जैन शहर के एक निजी अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई। बालक के पिता के अनुसार गुर्जरखेड़ी गांव में किसी को भी कोरोना संक्रमण नहीं है। उसके घर में भी किसी को ना तो कोरोना है और ना ही बुखार सर्दी खांसी या अन्य लक्षण। ऐसे में बच्चे की मौत पर वह स्तब्ध हैं।

बच्चा मां की गोद में ही रहता था

हमारे नलखेड़ा प्रतिनिधि राजेश कश्यप ने बताया कि गुर्जरखेड़ी गांव का मासूम बालक न तो घर से बाहर निकलता था और ना ही उसकी मां बच्चे को किसी को खेलने के लिए देती थी। एकाएक बच्चे के कोरोना पॉजिटिव आ जाने से पूरे गांव वासी परेशान हैं।

एक्सपर्ट व्यू: बच्चों को भीड़ वाली जगह न ले जाएं

कोरोना संक्रमण अब बच्चों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। बच्चों को भीड़भाड़ वाले एरियों में ले जाने से बचें। उनको कम से कम लोगों के कांटेक्ट में आने दिया जाए। अपने घर के लोगों के बीच ही खेलने दिया जाए। –डॉ. जितेन्द्र शर्मा, जिला अस्पताल उज्जैन

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