कोरोना से मुक्ति के लिए महाकाल से प्रार्थना: अतिरुद्र महामृत्युंजय अनुष्ठान का समापन, दशांश आहुतियां दी

उज्जैन, अग्निपथ। पूरे विश्व और शहर में कोरोना मुक्ति के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित 11 दिवसीय अति रूद्र महामृत्युंजय अनुष्ठान का समापन सोमवार को हवन में दशांश आहुतियां डालने के साथ संपन्न हुआ। पूर्णाहुति के दौरान महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी भी मौजूद रहे। कलेक्टर आशीषसिंह किन्हीं कारणों के चलते नहीं आ पाए।

कोरोना महामारी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। शहर भी इससे अछूता नहीं है। इसी को लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर के नंदीहाल में 11 दिवसीय अति रुद्र महामृत्युंजय अनुष्ठान 9 अप्रैल को आरंभ किया गया था। जिसमें 76 ब्राह्मणों ने प्रतिदिन लघु रूद्र जाप कर भगवान महाकाल से कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की थी।

सोमवार को अनुष्ठान के पूर्णाहुति यज्ञशाला में संपन्न हुई। जिसमें मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी शामिल हुए और उन्होंने यज्ञ वेदी में मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां डालकर अनुष्ठान की पूर्णाहुति करवाई। अंत में उनके द्वारा भगवान महाकाल की आरती की गई और बलि दी जाकर तांत्रिक क्रिया भी संपन्न कराई गई।

सोमवार की सुबह भगवान महाकाल का गिलोय और नीम से अभिषेक किया गया। इसके बाद पंचामृत अभिषेक कर सुबह 8 बजे से जाप प्रारंभ किया गया था। जोकि दोपहर तक चला और उसके बाद यज्ञशाला में 76 ब्राह्मणों द्वारा पांच हवन कुंडों में हवन करते हुए जाप की दशांश आहुतियां डाली गईं। सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से ब्राह्मणों द्वारा जाप अनुष्ठान पूरा किया।

पांच क्विंटल घी और 3 क्विंटल समिधा

महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित लोकेंद्र व्यास ने बताया कि अति रुद्र महा अभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र जाप के साथ ही पंच कुंडीय महायज्ञ 76 ब्राह्मणों की उपस्थिति में संपन्न हुआ है। जिसमें अनेक प्रकार के फल और 3 क्विंटल समिधा सहित ढाई क्विंटल से साकल्य और पांच डिब्बे घी के लगे हैं। इस प्रकार के पूजन अभिषेक के माध्यम से देश और विश्व भर में फैली कोरोना महामारी की समाप्ति की प्रार्थना बाबा महाकाल से की गई है।

ब्राह्मणों को भेंट की दक्षिणा

पूर्णाहुति के बाद मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी ने 76 ब्राह्मणों को दान दक्षिणा प्रदान की और प्रसाद बांटकर धन्यवाद दिया। जानकारी के अनुसार प्रत्येक ब्राह्मण के खाते में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 11 हजार रुपए का चेक डाल दिया गया है। इस अवसर पर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रतिक द्विवेदी, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल उपस्थित रहे।

Next Post

आज महाअष्टमी: निरंजनी अखाड़े की नगर पूजा को लेकर संशय

Mon Apr 19 , 2021
महामारी समाप्त करने को लेकर की जाती है चौबीस खंबा माता की पूजा, पिछली बार भी नहीं हुआ था आयोजन उज्जैन। प्रतिवर्ष चार नवरात्रि पड़ती हैं। जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है और इनको बड़ा भी माना जाता है। हर बार शारदीय नवरात्रि की अष्टमी को कलेक्टर […]