भर्ती होने के लिए भटकना पड़ रहा, प्रशासन बेड बढ़ाने के इंतजाम में जुटा
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना के बेकाबू होने के कारण अब सरकारी सहित निजी अस्पतालों की सांसे भी रुकने लगी हैं। हास्पिटलों में भर्ती करने के लिए जगह नहीं बची है। लोग अपने परिजनों को लेकर आ रहे हैं। लेकिन उनको जगह नहीं मिल पा रही है। किसी तरह से लोग घर पर ही आक्सीजन का इंतजाम कर अपने परिजनों का उपचार करवा रहे हैं। मंगलवार को माधव नगर अस्पताल में ही 16 लोग कालकवलित हो चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना से हालात ज्यादा खराब हो रहे हैं।
हास्पिटलों से लोगों के संक्रमित परिजनों को लौटाया जा रहा है। हास्पीटल प्रबंधन का एक ही जवाब होता है…बेड नहीं हैं। बेड हैं तो आक्सीजन नहीं है। ऐसे में लोगों को अपने घरों में आक्सीजन सिलेंडर लगाने पड़ रहे हैं। कोविड हास्पीटल माधव नगर में मंगलवार को ओपीडी को छोडक़र मेडिकल वार्ड, ओल्ड आई वार्ड, ओल्ड आईसीयू, न्यू आईसीयू और आर्थों वार्ड में 141 मरीज भर्ती थे। मेडिकल वार्ड में 33, ओल्ड आई वार्ड मे 32, ओल्ड आईसीयू में18, न्यू आईसीयू में 27 और आर्थों वार्ड में 31 कोरोना संक्रमित भर्ती थे। इनमें से मेडिकल वार्ड के 1, ओल्ड आई वार्ड के 3, ओल्ड आईसीयू के 7 और न्यू आईसीयू में भर्ती 5 मरीजों की मौत हुई है।
केवल आर्थों वार्ड में इस दिन एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, कि स्थित कितनी खराब हो चली है। हालांकि जिला प्रशासन बेड बढ़ाने के लिए पीटीएस और चरक अस्पताल में भी इंतजाम कर रहा है। यहां पर आक्सीजन की भी व्यवस्था रहेगी।