रासुका में भेजेंगे जेल, मूल अपराध में बाद में होगी गिरफ्तारी
उज्जैन,अग्निपथ। अवैध शराब फैक्ट्री चलाने के मामले में आठ दिन से फरार सरपंच रविवार को भैरवगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ गया। 10 हजार के इस इनामी को रासुका में जेल भेजा जाएगा। शराबकांड में पुलिस जेल से लाकर बाद में गिरफ्तारी लेगी।
बांसखेड़ी निवासी भाजपा समर्थित सरपंच नरेंद्र कुमरावत गांव के ही सामुदायिक भवन में अवैध शराब की फैक्ट्री चलाता था। 16 अप्रैल को उसके खेत से 8 ड्रमों में भरा 1600 लीटर स्प्रीट 35 किलो यूरिया, नोजल व खाली बोतले सहित 16 लाख का माल बरामद हुआ था। फैक्ट्री का भांडाफोड़ होते ही सरपंच नरेंद्र फरार हो गया था। मामले में एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने नरेंद्र पर 10 हजार रुपए ईनाम घोषित कर दिया था।
काफी खोजबीन के बाद रविवार को पुलिस को पता चला था कि वह गांव आ रहा है। नतीजतन टीआई योगेंद्रसिंह सिसोदिया ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। पुलिस अब सोमवार को उस पर रासुका की कार्रवाई कर जेल भेजेगी। बाद में रिमांड पर लाकर शराबकांड के केस में गिरफ्तारी लेगी। याद रहे नरेंद्र पर पूर्व में एससीएसटी एक्ट व हफ्ता वसूली के भी दो केस दर्ज है।
मकान भी कर चुके हैं जमींदोज
याद रहे फैक्ट्री पकड़ाने के बाद 17 अप्रैल को उसके कुएं से भी स्प्रीट के 13 खाली ड्रम मिले थे। वृहद स्तर पर लंबे समय से अवैध शराब बनाने का पता चलने पर एसपी शुक्ल ने तात्कालीन टीआई ब्रजेश श्रीवास्तव को लाइन अटैच कर दिया था। 18 अप्रैल को प्रशासन ने सरपंच नरेंद्र का मकान, अवैध शराब फैक्ट्री व खेत का अवैध निर्माण ध्वस्त किया था।
पेश होने की चर्चा
सर्वविदित है भाजपा समर्थित सरपंच नरेंद्र पर एक पूर्व विधायक का वरदहस्त है। शायद यहीं वजह है लंबे समय से अवैध शराब का धंधा करने पर भी उसे नहीं पकड़ा जा रहा था। फैक्ट्री के खुलासे बाद भी कार्रवाई शिथिल करने के दबाव की चर्चा थी। सूत्रों का दावा है कि नरेंद्र शाम 5 बजे खुद पेश हुआ है।
इनका कहना है…
अवैध शराब कांड में फरार सरपंच को पकडऩे के लिए खोजबीन करने के साथ विभिन्न तरीके से दबाव बना रहे थे। सूचना मिलते ही टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।
– एआर नेगी, सीएसपी जीवाजीगंज अनुभाग