नई दिल्ली। भारत में कारोना महामारी की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ते संक्रमण को लेकर विश्व स्तर पर आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में शामिल भारतीय मूल के सीईओ ने चिंता जताई है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भारत में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर दुख व्यक्त किया। वहीं, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने मदद का वादा किया है।
सत्य नाडेला ने ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के कारण भारत में उत्पन्न हुई स्थिति से वह काफी दुखी हैं और राहत उपायों में मदद करने का वादा करते हैं। नडेला ने अपने ट्वीट में कहा है कि मैं भारत की वर्तमान स्थिति से बहुत दुखी हूं। मैं आभारी हूं कि अमेरिकी सरकार मदद करने में जुट गई है। माइक्रोसॉफ्ट राहत प्रयासों में सहायता के लिए अपनी आवाज, संसाधनों और टेक्नोलॉजी का उपयोग को जारी रखेगा।
I am heartbroken by the current situation in India. I’m grateful the U.S. government is mobilizing to help. Microsoft will continue to use its voice, resources, and technology to aid relief efforts, and support the purchase of critical oxygen concentration devices.
— Satya Nadella (@satyanadella) April 26, 2021
सुंदर पिचाई के ट्वीट के मुताबिक, ‘भारत में कोरोना संकट को देखते हुए गूगल ने 135 करोड़ रुपये का फंड देने का फैसला किया है। यह फंड ‘Give India’ और यूनिसेफ के जरिए भारत को मिलेंगे।’
Devastated to see the worsening Covid crisis in India. Google & Googlers are providing Rs 135 Crore in funding to @GiveIndia, @UNICEF for medical supplies, orgs supporting high-risk communities, and grants to help spread critical information.https://t.co/OHJ79iEzZH
— Sundar Pichai (@sundarpichai) April 26, 2021
GiveIndia को दिए गए फंड से उन लोगों को आर्थिक मदद दी जाएगी जो कोरोना के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, ताकि वे अपने रोजमर्रा के खर्च उठा सकें। इसके बाद, यूनिसेफ के जरिए ऑक्सीजन और टेस्टिंग उपकरण सहित अन्य मेडिकल सप्लाई दी जाएगी। गूगल के कर्मचारी भी भारत के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए अभियान चला रहे हैं। अभी तक 900 गूगल कर्मियों ने 3.7 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा किया है।
बता दें कि भारत में रविवार को कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं। ये अभी तक किसी देश में एक दिन के अंदर आए सर्वाधिक मामले हैं। वहीं, कोरोना के कारण 2800 से ज्यादा मरीजों ने दम तोड़ा है। यह भारत में कोरोना से होने वाली सबसे ज्यादा मौतें हैं।