पूर्व सीएम कमलनाथ ने किया हस्तक्षेप, विधायक ने सुनाई खरी-खोटी
उज्जैन,अग्निपथ। कांग्रेस नेत्री नूरी खान को मंगलवार सुबह नानाखेड़ा पुलिस सोते में से उठाकर ले गई। उन्हें ऑक्सीजन सेंटर पर हंगामें के आरोप में गिरफ्तार किया था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तक मामला पहुंचने पर विधायक महेश परमार थाने पहुंचे और आंदोलन की धमकी दे दी। नतीजतन नूरी खान को तुरंत ही छोड़ दिया गया।
कोरोना संक्रमितों की परेशानी देख 25 अप्रैल की रात प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता और अल्प सं यक आयोग सदस्य नूरी खान अपने कुछ समर्थकों के साथ तपोभूमि स्थित ऑक्सीजन रिफलिंग सेंटर पहुंची थी। यहां उन्होंने स्थानीय जरुरतमंदों की जगह अन्य शहरों में ऑक्सीजन पहुंचाने पर आपत्ति जताई थी। ऑक्सीजन की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए वीडियो भी जारी किया था।
नतीजतन सोमवार को नूरी खान पर कोरोना कफ्र्यू उल्लंघन, महामारी एक्ट व 269, 270 के तहत केस दर्ज किया गया था। प्रकरण में मंगलवार सुबह 7 बजे पुलिस उनके घर गिरफ्तार करने पहुंच गई। जबरन थाने ले जाने पर नूरी खान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को मैसेज कर दिया, जिसके चलते विधायक परमार, पूर्व पार्षद बीनू कुशवाह, अजीतसिंह ठाकुर व सुरेंद्र मरमट थाने पहुंच गए।
परमार बोले लोग मर रहे, जिम्मेदारों के फोन बंद
थाने पर डीएसपी एचएन बाथम व टीआई ओपी अहीर ने शासकीय कार्य में बाधा का केस बताते हुए गिरफ्तारी का कहा तो विधायक परमार व कुशवाह भडक़ गए। ऑक्सीजन मामले को सही बताते हुए नूरी को नहीं छोडऩे पर आंदोलन की चेतावनी दे दी। यह भी आरोप लगाया कि आक्सीजन की कमी से रोज 10-20 लोग मर रहे हंै, जिम्मेदार फोन नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में पुलिस तानाशाही करेगी तो आंदोलन होगा। नेताओं की दो टुक को सुन पुलिस ने नूरी को नोटिस तामिल कर छोड़ दिया।
प्रदेश प्रवक्ता आज करेंगी खुलासा
कांग्रेस नेत्री नूरी खान ने थाने से छूटने के बाद शासन-प्रशासन की पोल खोलने का दावा किया। उन्होंने बताया कि वह बुधवार दोपहर कांग्रेस कार्यालय में प्रेस से चर्चा करेगी। मय प्रमाण बताएगी कि किस तरह प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण कोरोना संक्रमितों की लगातार मौतें हो रही हैं। याद रहे नूरी ने दो दिन पहले भी आरोप लगाया था कि सेंटर पर 22 टन ऑक्सीजन आई, लेकिन यहां सिर्फ 6 टन वितरित कर रहे हैं, शेष मंदसौर, रतलाम, देवास व भोपाल भेजी जा रही है।