लाखों की अवैध शराब में पांच माह से थी तलाश, आटो पार्ट्स की बिल्टी पर कर रहा था परिवहन, 2 दिन की रिमांड पर
उज्जैन, अग्निपथ। अवैध अंग्रेजी शराब से भरी आयशर छोडक़र फरार हुए चालक को गुजरात जेल से जमानत मिलते ही चिमनगंज पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पांच माह से उसकी तलाश थी। उज्जैन लाने के बाद न्यायालय में पेश रिमांड पर लिया गया है।
चिमनगंज थाने के एसआई यादवेन्द्रसिंह परिहार ने बताया कि 30 न बर 2020 को आगररोड से आयशर क्रमांक जीजे 31 टी 3837 को घेराबंदी कर पकड़ा गया था। जिसमें 500 से अधिक अंग्रेजी शराब की पेटियां बरामद की गई थी। चालक आयशर छोडक़र भाग निकला था। मौके से क्लीनर करनालाल को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया था।
फरार हुए चालक महेश कुमार पिता बाबूलाल जाट निवासी राजस्थान की तलाश जारी थी। कुछ दिनों बाद जानकारी सामने आई थी कि महेश उज्जैन से फरार होने के 20 दिन बाद गुजरात के पालमपुर में 550 पेटी शराब के साथ पकड़ा गया है। जहां से उसे जेल भेजा गया है। उसे उज्जैन लाने के प्रयास किया जा रहे थे। कुछ दिन पहले जानकारी सामने आई कि महेश ने गुजरात न्यायालय में जमानत याचिका लगाई है। कोरोना संक्रमण के चलते उसकी जमानत मंजूर हो सकती है।
एक टीम उसकी गिर तारी के लिये गुजरात के पालमपुर भेजी गई। 2 दिन पहले उसे जमानत मिलते ही चिमनगंज थाने की टीम ने हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिये उज्जैन ले आई। जिसे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। फिलहाल पूछताछ की जा रही है। उससे अवैध शराब परिवहन की जानकारी मिलने के बाद एक टीम हरियाणा भेजी जाएगी।
आटो पार्ट्स की मिली थी 2 बिल्टी
एसआई परिहार ने बताया कि शराब से भरी आयशर पकडऩे के बाद आटो पार्ट्स के नाम की 2 बिल्टी मिली थी। पहली लुधियान से इंदौर और दूसरी इंदौर से राजकोट की थी। पाटर््स की आड़ में अवैध शराब का परिवहन किया जा रहा था। उस वक्त गिर तार किये गये करनालाल ने बताया था कि वह महेश का दोस्त है। उसके कहने पर आयशर में सवार हो गया था। उसे नहीं पता था कि गाड़ी में शराब भरी है। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था।