सुसनेर, मंजूर कुरैशी। एक तरफ देश कोरोना संक्रमण के चलते ऑक्सीजन के अभाव में लोगों की मौतों का सिलसिला जारी है। लोगों में इस बीमारी के भय से डर बना हुआ है। वहीं आगर जिले की सोयत, सुसनेर पुलिस सट्टा जुआ के कारोबार में लिप्त अपराधियों के आगे नतमस्तक होकर खुले रूप से कारोबार का संचालन देख रही है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की संज्ञान में होते हुए भी पूर्व में समाचार पत्रों की सुर्खियां बना सोयत थाना जहां खुले रुप से इंदौर-कोटा हाईवे मार्ग पर इमली वाले ढाबे के पीछे ताश के 52 पत्ते का झरना घोड़ी फ्लैश और मांग पत्ती पर लाखों रुपए के दाव इस जुएं के अड्डे पर लगाए जा रहे हैं।
जहां से खिलाड़ी मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान के खिलाड़ी भी बेखौफ इस जुएं के अड्डे पर आकर जुएं का कारोबार कर रहे थे। जिसकी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिकायत करने पर जुएं के अड्डे को सोयत पुलिस द्वारा कुछ समय के लिए बंद करा दिया। परंतु अपराध से होने वाली कमाई की सोयत पुलिस की बेचैनी इतनी बढ़ गई कि अपराध से होने वाली कमाई को कैसे प्रारंभ किया जाए इसका नया रास्ता सोयत पुलिस ने खोज निकाला। सूत्रों से पता चला है कि सोयत व रावली के 3 किलोमीटर के बीच यादव कृषि फॉर्म पर कठांल नदी के पास जुएं का अड्डा संचालित हो रहा है जहां 30 से 35 लाख रुपए के जुएं का खेल प्रतिदिन चल रहा है। छाया चित्र भी इस प्रतिनिधि के पास मौजूद है।
जुआ खेलने वाले लग्जरी कारो या मोटर कारो व मोटरसाइकिलों से यहां पहुंचते हैं आखिर स्थानीय पुलिस मुकदर्शक क्यों बनी हुई है। इसी प्रकार आगर जिले के सुसनेर थाने में सट्टे का कारोबार खुले रूप से पशु चिकित्सालय व पुराने बस स्टैंड नगर पालिका मांगलिक भवन के आसपास एवं शुक्रवार या चौराहे व मवडी दरवाजा पिडावा रोड पर खुले रूप से सट्टे का कारोबार चलाया जा रहा है और सुसनेर पुलिस मुकदर्शक बनकर अपराधियों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो पुलिस प्रशासन पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रही है।
जो पुलिस अपराध के रोकथाम के लिए तैनात है नगर की सुरक्षा जिस पर है वो अवैध कारोबार से होने वाली अवैध कमाई के चलते इस प्रकार के अवैध कार्यों को खुले रूप से चलवा रही है जिसका असर जागरूक निष्पक्ष पुलिस अधिकारियों पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा है क्या अपनी प्रतिष्ठा पर लग रहे इस सवालिया निशान पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सोयत ,सुसनेर में चल रहे अवैध कार्य पर रोक लगाकर पुलिस की हो रही धूमिल छवि को बचा पाएगी ये भविष्य के गर्त में।