पार्टी करने के बहाने ले गए थे, तीन आरोपी हिरासत में
उज्जैन,अग्निपथ। शहर से 28 किमी दूर एक गांव में वीभत्स घटना हुई है। मात्र 500 रुपए के विवाद में एक युवक की हत्या के बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। दो दिन पहले हुई वारदात का खुलासा गुरुवार को अधजले शव मिलने पर हुआ। मामले में घट्टिया पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है।
टीआई विपिन बाथम ने बताया कि बिछड़ौद निवासी पंकज पिता देवीलाल यादव (25) मजदूरी करता था। 29 अप्रैल सुबह अधजली हालत में समीप ही स्थित ग्राम दौलतपुर निवासी लालजीराम पिता दयाराम के घर में उसका शव मिला है। सिर व गले पर चोट के निशान व प्राथमिक जांच से पता चला है कि पकंज की हत्या करने के बाद पेट्रोल डालकर जलाया गया है।
मामले में लालजीराम को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। अब तक कि जांच में पुलिस को पता चला है लालजी को पंकज से 500 रुपए लेना थे। इसी बात पर विवाद होने के कारण उसने पंकज की हत्या की है। लालजी के साथ और कौन थे यह पता लगाया जा रहा है। वारदात का पता चलते ही एसडीओपी आरके राय व एफएसएल अधिकारी प्रीति गायकवाड़ ने भी मौके पर पहुंचकर पड़ताल की।
हत्यारे को मृतक मान रही थी पुलिस
गुरुवार सुबह चौकीदार ने पुलिस को लालजी के घर में अधजला शव पड़े होने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस प्रथम दृष्टया लालजी द्वारा आत्महत्या करना मान रही थी। लेकिन पांच लोगों के पार्टी करने का पता चलने पर खोजबीन कर बलराम को पकडक़र पूछताछ की तो लालजी ही आरोपी निकला। मामले में तीन को पकड़ा गए, एक की तलाश है।
हत्या की कहानी भानजे की जुबानी
मृतक के भांजे संतोष चौहान ने बताया कि पंकज व लालजी का दो दिन पहले लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। 28 अप्रैल की सुबह लालजी, बलराम पिता राधेश्याम, जितेंद्र मोगिया व एक अन्य दो बाइक पर आकर पंकज को बाजार के बहाने ले गए और उसी रात शराब पिलाकर मार डाला। पुलिस से पंकज की हत्या का पता चला। बाद में आरोपी धरा गए।
मां को नहीं पता बेटे की हत्या का
संतोष के अनुसार पंकज के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। पंकज अपनी 70 वर्षीय मां के साथ रहता था। पंकज की हत्या की उन्हें सूचना नहीं दी है। ताकि इकलौते पुत्र की मौत का पता चलने से कहीं उनकी आस न टूट जाए।