मीडिया कवरेज में पीछे रह जाने से अधिकारियों पर निकाली भड़ास
महिदपुर, अग्निपथ। दुखे पेट बताएं माथा ऐसी रही सांसद जी की गाथा… रविवार शाम को महिदपुर शासकीय चिकित्सालय परिसर में उज्जैन जिले के कोविड प्रभारी मंत्री मोहन यादव सांसद अनिल फिरोजिया एवं विधायक बहादुर सिंह चौहान द्वारा कोविड सेंटर में 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराने के लिए संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कोविड गाइड लाइन एवं लॉकडाउन के चलते एसडीएम कार्यालय से केवल मीडियाकर्मियों को ही टेलीफोन एक सूचना देकर आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा के जिले के 2 बड़े नेताओं के आने की सूचना जब स्थानीय नेताओं को लगी तो अपनी झांकी मंडप जमाने के चक्कर में कार्यक्रम में भीड़ तंत्र हावी हो गया। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उडऩे लगी। हालांकि कार्यक्रम की शुरुआत में विश्राम ग्रह पर सब कुछ ठीक-ठाक रहा। शासकीय चिकित्सालय परिसर के हाल में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, सांसद फिरोजिया विधायक, चौहान आपदा प्रबंधन समूह के साथ ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनीष उतरा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिन आचार्य से क्षेत्र की कोरोना संक्रमण की स्थिति उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधा संतों की संख्या बेड की उपलब्धता ऑक्सीजन की मांग व पूर्ति पर चर्चा कर जानकारी ली।
मंत्री सांसद में समन्वय की कमी
चर्चा के दौरान मंत्री यादव व सांसद फिरोजिया ने अपने-अपने अंदाज में जानकारी ली। यहां तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा। इसके बाद उपस्थित पत्रकारों ने अतिथियों से चर्चा करना चाही, लेकिन दोनों नेता पत्रकारों से पल्ला झाडक़र मशीन उपकरण के कार्यक्रम को संपन्न करने वाले स्थल की ओर बढ़ चले यह सब कुछ मीडियाकर्मियों की नजरों के सामने घटित हो रहा था। इसमें मंत्री व सांसद के बीच आपसी समन्वय नदारद था और शह-मात का खेल चल रहा था। वहीं नगर पालिका चुनाव में अपनी दावेदारी मजबूत करने वाले नेता भी सक्रीय दिखाई दिए।
कार्यक्रम समापन के पूर्व मंत्री यादव की मीडियाकर्मियों ने कार्यक्रम के संबंधी उनकी बाइट ले ली। इधर छपास के शौकीन नेताओं की भीड़ का दबाव बढ़ गया। भीड़ तंत्र के हावी होने पर सांसद फिरोजिया मीडिया कवरेज से दूर रह गए। ऐसी स्थिति में सांसद फिरोजिया ने अपनी भड़ास एसडीएम केसी ठाकुर वह एसडीओपी आरके राय पर निकालने निकालते हुए भीड़ को परिसर से बाहर खदेडऩे के निर्देश दे डालें।
स्वास्थ्यकर्मियों पर भी भांजी लाठियां
सांसद फिरोजिया यहीं नहीं रुके, उन्होंने गुस्से में मीडियाकर्मियों को भी बाहर करने को कह दिया। बस फिर क्या था सांसद के गुस्से को देख कर एसडीओपी राय ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने आव देखा न ताव भीड़ को भगाने के चक्कर में 24 घंटे अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच सेवा दे रहे स्वास्थ्य कर्मियों को भी डंडे की भाषा बताते हुए खदेड़ दिया। हालांकि स्वास्थ्यकर्मियों ने अपना परिचय देने का प्रयास किया, लेकिन मंत्री सांसद के कोप भाजन का शिकार एसडीओपी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए।
सांसद फिरोजिया के गुस्से के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं ने ताबड़तोड़ कुछ फर्जी मीडियाकर्मियों को एकत्रित कर सांसद की बाइट लेकर उनका गुस्सा शांत किया। इसके बाद मंत्री यादव सांसद फिरोजिया अपने-अपने वाहनों से गंतव्य की ओर रवाना हो गए कार्यक्रम के बाद पूरे अस्पताल परिसर में सांसद फिरोजिया के व्यवहार की तीव्र आलोचना सुनाई दी।