मोहन बड़ोदिया (शाजापुर), अग्निपथ। अधिकांश ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर सरकारी धन राशि की होली खेली जा रही है। प्रशासनिक नियंत्रण से मुक्त सरपंच ने अपने चहेते अघोषित ठेकेदारों को जो कोई और नहीं खुद सरपंच पति को निर्माण कार्य का जिम्मा सौंप रखा है और अपना कमीशन तय कर ग्रामीण विकास को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मोहन बड़ोदिया जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत करजू में सामने आया है जहां अधिकारियों की मिलीभगत से शासकीय राशि का दुरुपयोग कर मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। शासन की मंशा अनुरूप विकास ना रुके साथ ही मजदूरों को काम मिलता रहे इसके चलते उच्च अधिकारियों ने निर्माण कार्यों की अनुमति दे रखी है जिसका सरपंच पति भरपूर फायदा उठाकर शासन की राशि की लूट मचा कर रखा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत करजू में 500800 लाख रुपये 14वें वित्त की राशि से सीसी रोड जिसका लागत 5,00,800 लाख रुपये का निर्माण कार्य पूर्णत: प्राक्कलन से हटकर गुणवत्ताविहीन तरीके से कराया गया है। ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा हैं कि उक्त सडक़ के निर्माण में 20 एमएम गिट्टी की जगह भारी मात्रा में डस्ट एवं 30-40 एमएम गिट्टी का उपयोग किया जा रहा हैं। सडक़ में कहीं भी 20 एमएम गिट्टी का उपयोग ना के बराबर किया जा रहा है। इसके अलावा मजदूरों की जगह मशीनरी का उपयोग कर मजदूरों के हितों पर भी कुठाराघात किये जाने की जानकारी मिली है।
इस्टीमेट के मुताबिक नहीं हुआ निर्माण कार्य
पंचायत के आश्रित ग्राम में सरपंच के द्वारा घटिया सीसी रोड का निर्माण किया गया है। 5,00,800 लाख रुपए की लागत से शमशान का सीसी रोड का निर्माण हुआ है। अभी तक सम्पूर्ण रोड का काम हो गया है। जिसमें चिल्फी युक्त गिट्टी व मिट्टीयुक्त रेती का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीसी रोड में सीमेंट नाम मात्र का डाला जा रहा है। सडक़ निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा घटिया मटेरियल का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिस सीसी रोड का काम हुआ है वहां पर ना तो कोई इंजीनियर मौजूद रहते और ना ही सरपंच उपस्थित रहता हैं सडक़ बनाने के लिए घटिया मटेरियल का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि इस्टीमेट के मुताबिक उच्च क्वालिटी की सीमेंट मटेरियल का सडक़ निर्माण सीसी रोड में किया जाना चाहिए।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना हैं कि सरपंच पति अपने मन मुताबिक स्टीमेट को दरकिनार कर घटिया क्वालिटी के मटेरियल लगाया गया है और तो और स्टेमीट में उक्त रोड की मोटाई 8 इंच होना है पर सरपंच पति के आदेश पर कहीं 3 इंच तो कहीं 5 की ही ढलाई कर रहा है। सरपंच पति द्वारा सीसी रोड निर्माण तमाम नियम कायदों व गुणवत्ता की अनदेखी कर मनमानी तरीके से करा रहा है। जिससे यह घटिया सीसी सडक़ सालभर भी नहीं टिक पाएगी। सीसी रोड निर्माण को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी।
वाइब्रेटर का भी नहीं किया उपयोग
उक्त सीसी रोड निर्माण कार्य में सडक़ की गुणवत्ता को दरकिनार करते हुए मनमाने ढंग से निर्माण कराया जा रहा है। सडक़ निर्माण में दाब गुणवत्ता लाने के लिए वाइब्रेटर का उपयोग करना जरूरी होता है जिससे सडक़ में मजबूती आती है और वह लंबे समय तक टिकती है, पर इसके अनदेखी की जा रही है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी शासकीय कार्य को प्रारंभ करने से पहले वहां एक बोर्ड लगाना अनिवार्य है, जिसमें उसकी लागत, कार्य प्रारंभ व समाप्ति दिवस, मद, संबंधित इंजीनियर का नाम मोबाइल नंबर आदि का उल्लेख करना होता है पर सरपंच पति ने बिना बोर्ड लगाए ही कार्य प्रारंभ कर दिया है।
इनका कहना
सीईओ विष्णुकान्त गुप्ता से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि पूरे मामले की तुरंत जांच करवाती हूँ फिर बता पाऊंगी।