जिला प्रशासन की टीम प्रतिदिन शहर का भ्रमण कर कोरोना काल में लगे जनता कफ्र्यू में घूम रहे लोगों पर कार्रवाई कर उन्हें अस्थायी जेल पहुंच रही है। वहीं किराना दुकानों को बंद करने के आदेश के भी दुकान खोलने पर कार्रवाई कर आर्थिक रूप से दण्डित भी किया जा रहा है।
लेकिन जिला प्रशासन की टीम को किराना दुकानों पर सामग्री के बढ़ते दामों पर भी रोक लगानी चाहिये। किराना दुकान संचालक मनमाने पैसे वसूल रहे हैं। ग्राहकों की मजबूरी है कि वह सामग्री खरीदेगा ही क्योंकि इसके अलावा उसके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
कुछ भी सामग्री खरीदो आपको इसके रुपये देने ही पड़ेंगे वहां पर भावताव नहीं हो रहा है। दुकान अपनी मर्जी से भाव बढ़ाकर ले रहा है। अगर इस मामले में उससे हुज्जत की जाती है तो वह सामग्री लेकर ग्राहक को रुपये वापस लौटा देता है और कहता है कि मुझे भी थोक में महंगी ही मिली है इसलिये भाव तो बढ़े हुए ही देना होंगे।
जिला प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेकर शीघ्र ही खाद्य सामग्री के बढ़े दामों पर रोक लगाना होगी अन्यथा जनता पर वैसे ही लाकडाउन की मार पड़ रही है और उस पर महंगे दामों में सामग्री खरीदने की मजबूरी दोनों सूरत में जनता ही मर रही है।