सीएम के निज सचिव के पिता का उत्तर कार्य रामघाट पर करने से तीर्थ पुरोहित भडक़े, पुजारियों का पुलिस से भी विवाद, मुख्यमंत्री को शिकायत

उज्जैन, अग्निपथ। त्रिवेणी से लेकर कालियादेह महल तक जिला प्रशासन ने उत्तर कार्य पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन मुख्यमंत्री के निज सचिव के पिता का उत्तर कार्य रामघाट पर होने के बाद रविवार को कर्मकांड कराने के लिए कुछ तीर्थ पुरोहित पहुंच गए थे। सूचना के बाद पुलिस वहां पहुंची तो तीर्थ पुरोहितों द्वारा निज सचिव के पिता उत्तर कार्य का हवाला देते हुए कर्मकांड करने को लेकर विवाद किया गया।

प्रतिबंध के बावजूद रविवार को तीर्थ पुरोहित अपने यजमानों को रामघाट तक ला रहे थे और कर्मकांड करवा रहे थे। सीएसपी पल्लवी शुक्ला दल बल के साथ राम घाट क्षेत्र में पहुंची और तीर्थ पुरोहितों को समझाने का प्रयास किया गया। जिसके चलते विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। तीर्थ पुरोहितों के विभिन्न संगठन मामले को लेकर आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि विशिष्ट सहित आम लोगों के संबंधियों का उत्तर कार्य करवाने पर प्रतिबंध नही लगाया जाना चाहिए।

वीआईपी पूजन तो सामान्य के लिए भी प्रशासन आदेश करे-जिला प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी के कारण 9 अप्रैल से लॉक डाउन लगा रखा है जिस कारण घाट क्षेत्र में मृत्यु उपरांत के कर्म विधान पर रोक है। इसके बावजूद भी घाट से अलग हटकर कुछ क्षेत्रों में तीर्थ पुरोहित गण द्वारा पूजन कराया जा रहा था। कोरोना प्रोटोकॉल में घाट क्षेत्र में वीआईपी का पूजन हो सकता है, तो सामान्य के लिए भी पूजन व्यवस्था का आदेश करें। यह बात श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष पंडित राजेश त्रिवेदी ने कही। श्री क्षेत्र पंडा समिति ने निर्णय लिया कि यदि वीआईपी का पूजन हो सकता है तो कोरोना की गाइडलाइन को दृष्टिगत रखते हुए उज्जैन नगर के दोनों प्रमुख घाट क्षेत्र को यदि खोल दिया जाए। श्री क्षेत्र पंडा समिति जिला प्रशासन से अनुरोध करती है की घाट क्षेत्र में पूजा विधान के लिए स्वीकृति संबंधी आदेश प्रदान करें।

दो यजमान, एक तीर्थ पुरोहित

पं. त्रिवेदी ने बताया कि 27 अप्रैल को जिला क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में दो यजमान और एक तीर्थ पुरोहित को घाटों पर कर्मकांड करने देने पर सहमति बनी थी। लेकिन 1 मई को कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में यह बात नहीं आ पाई। हालांकि उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और ग्रामीण अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला के द्वारा मौखिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी। रामघाट पर 6 मई को तीर्थ पुरोहितों का चालान पुलिस द्वारा काटा गया था। विधायक पारस जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को इस बात से अवगत कराया गया है। रविवार को भी भोपाल से आए एक पत्रकार के संबंधियों का उत्तर कार्य घाट पर संपन्न होता रहा।

Next Post

खबरों के उस पार: दोहरी नीति से बचे प्रशासन..!

Mon May 10 , 2021
कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने आम नागरिकों पर तरह-तरह की पाबंदियां लाद रखी हैं। दूसरी ओर वीआईपी इन पाबंदियों से परे हैं। उन्हें हर काम की छूट है। यहां तक कि मृत्यु उपरांत क्रिया कर्म में भी उन पर पाबंदी नहीं है। पिछले दिनों […]