उज्जैन। कार्तिक चौक क्षेत्र में ब्राह्मण परिवारों के घरों में घुसकर की गई पुलिस कार्रवाई को ब्राह्मण वर्ग ने अनैतिक बताते हुए एसपी सत्येन्द्र शुक्ल को ज्ञापन सौंपा। एसपी ने भी खेद प्रकट कर भविष्य में पुनरावृत्ति ना होने का आश्वासन दिया।
ब्राह्मण समाज के पं संचित शर्मा व अंकित चौबे ने बताया कि कार्तिक चौक क्षेत्र में निवासरत ब्राह्मण परिवारों के घरो में दाखि़ल होकर कर जिस तरीके से सर्चिंग की गयी, वह निंदनीय है। उसके विरोध में ब्राह्मण समाज के युवाओं का प्रतिनिधि मंडल एसपी सत्येंद्र सिंह के पास पहुँचा। जय परशुराम के नारे लगाते हुए अपने अपने घरों से ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने कण्ट्रोल रूम पर एकत्रित होकर पूरा घटनाक्रम एसपी के समक्ष रखा। पं संचित शर्मा व अंकित चौबे के अनुसार प्रशासन द्वारा किसी निराधार सूचना के आधार पर कर्मकांडी वैदिक ब्राह्मण परिवार के घरो में चेकिंग पार्टी दाखिल होकर यह चेक कर रही थी कि वो घर में यजमानो का पूजन -पाठ तो नहीं करवा रहे है।
पुलिस और चेकिंग पार्टी ने गलत सूचना के आधार पर ब्राह्मण समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है, घरों में जब पुलिस और चेकिंग पार्टी दाखि़ल हुई तो महिला व बच्चे भी सहम गए। सोमवार को इस घटना के विरोध स्वरूप ज्ञापन देकर ये मांग की जिसमे की इस प्रकरण की जाँच हो व आगे ऐसी कोई भी घटना न घटे। साथ मे ज्ञापन के द्वारा यह भी निवेदन किया कि वरिष्ठ पंडे पुरोहितों के साथ समन्वय बनाकर ऐसी व्यवस्था बनाई जावे कि दिवंगत व्यक्ति के परिजन उनके निमित्त उत्तर कार्य कोविड प्रोटोकॉल नियमो से सम्पन्न कर सके।
आंदोलन की चेतावनी
एसपी सत्येंद्र शुक्ला को ज्ञापन देते हुए ब्राह्मण समाज ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि घटना की कभी पुनरावृत्ति हुई तो समाज सडक़ो पर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जायेगा। जवाब में एसपी सत्येंद्र शुक्ला ने पुरे प्रकरण में खेद जताते हुए विश्वास दिलाया की आगे किसी भी प्रकार से समाज की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाया जायेगा। इस अवसर पर पं अंकित चौबे, पं संचित शर्मा, पं राजेश तिवारी, पं आकाश तिवारी, पं हिमांशु शुक्ल, पं विशाल शर्मा, पं अर्पित मेहता आदि उपस्थित रहे। जानकारी पंडित अंकित चौबे ने दी।
इधर, सांसद को ज्ञापन देकर की मांग
उत्तर कार्य करवाने के लिए दो लोगों को अनुमति दी जाए
इधर, श्री अवंतिका महाकाल तीर्थ पुरोहित समिति ने सांसद अनिल फिरोजिया को मांग पत्र सौंपा है। इसमें कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के बीच कुछ जरूरी गतिविधियों में छूट की तरह किसी की मृत्यु के बाद उसके उत्तर कार्य करने की भी छूट देने की मांग की गई है। पुरोहितों ने बताया कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा तीर्थ पुरोहित, ब्राह्मणों और जो व्यक्ति अपने स्वजनों का उत्तर कार्य करने उज्जैन आते है उन्हें अपमानित कर अनैतिक व्यवहार और हिटलर शाही उत्तर कर्म को लेकर की जा रही है वह उचित नहीं है। समिति अध्यक्ष अजय गुरु (कुंड वाला) ने बतायकि आचार्य शेखर जी महाराज ने भी ब्राह्मणों की मांग का समर्थन कर कलेक्टर से बात की और कहा जो परंपरा चली आ रही है उसका निर्वहन हो। अजय गुरु ने बताया कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा उत्तर कार्य नहीं करने दिया जा रहा है जिसका सभी तीर्थ पुरोहित पुरजोर विरोध करते है। हम पत्र के माध्यम से आपसे मांग करते है कि दिवंगतों की मुक्ति के लिए दो लोगो को अपने स्वजनों का उत्तर कार्य करवाने की अनुमति दी जाए।
यदि अनुमति नहीं दी जाती है तो सभी तीर्थ पुरोहित समितियां एक मंच पर विचार करने को बाध्य होगी की किसी भी मंत्री,विधायक या उच्च अधिकारी का या उनके परिजन का भी उत्तर कार्य भविष्य में किसी तीर्थ पुरोहित द्वारा नहीं कराया जाएगा। श्री अवंतिका महाकाल युवा तीर्थ पुरोहित समिति रामघाट अध्यक्ष अजय जोशी कुंडवाला गुरु, श्री क्षेत्रीय पंडा समिति अध्यक्ष मोहन डंडावाला गुरु, अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष अमर डब्बावाला गुरु, कार्तिक चौक मंडल अध्यक्ष हेमंत वर्मा, तीर्थ पुरोहित समिति के सदस्य आनंद जोशी लोटावाला गुरु, मयूर दुबे, संतोष दुबे तलवारवाला गुरु, चंदन शर्मा, आशीष गुरु डंडावाले, बंटी गुरु, उत्तम दुबे अंगूठी वाले गुरु, रामा गुरु, राकेश शर्मा मोरवाले गुरु, गोलू ग्रुप तलवार वाले, रामा उदासी गोर, संजय जोशी कुंडा वाले गुरू, रितेश त्रिवेदी धर्माधिकारी, तीर्थ पुरोहित मनोज जोशी, तीर्थ पुरोहित अमृतेश त्रिवेदी, धर्माधिकारी अजय व्यास, अधिक गुरु इंजन वाला, महेश जोशी, उदासी गौर, जगदीश बाल्टी वाला गुरु, कमलेश शास्त्री नार वाले, गुरु प्रेम गुरु पुल वाले, अखिलेश चौबे हाथी वाला गुरु मौजूद रहे।