आरोप फ्रंट लाइन वर्कर मौत से जूझ रहे और कलेक्टर फोन नहीं उठाते
उज्जैन,अग्निपथ। वैक्सीनेशन में तैनात शिक्षिका को ब्रेन हेमरेज होने पर सही इलाज नहीं मिल रहा। फ्रंट लाइन वर्कर की स्थिति से नाराज कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान ने मंगलवार शाम जिला अस्पताल में धरना दे दिया। आरोप लगाया कि सेवा कर रही कर्मचारी के उपचार की व्यवस्था नहीं है और कलेक्टर आशीष सिंह फोन तक नहीं उठाते ऐसे में पीडि़त कहां जाए।
तिरुपति एवन्यू निवासी नजमा पति रमजान खान नलिया बाखल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षिका है। उन्हें छत्रीचौक अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर पर इंट्री के लिए तैनात किया गया था। ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुई बाद में ब्रेन हेमरेज हो गया। नजमा को माधवनगर अस्पताल कोरोना सेंटर में भर्ती किया गया, लेकिन पांच दिन में ब्रेन हेमरेज का इलाज नहीं कर पाने पर जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां भी उचित इलाज शुरू नहीं होने के कारण नजमा की हालत खराब हो गई।
पता चलते ही मंगलवार शाम कांग्रेश प्रदेश प्रवक्ता व अल्पसंख्यक आयोग सदस्य नूरी खान अस्पताल पहुंची। डाक्टर से चर्चा की ओर न्यूरो सर्जन के अभाव में इलाज में दिक्कत का पता चलते ही उन्होंने कलेक्टर सिंह को कॉल किया, लेकिन कॉल अटेंड नहीं करने से नाराज होकर वह अस्पताल परिसर में ही नजमा के इलाज की मांग करते हुए धरने पर बैठ गई।
धरने देते हुए खोला रोजा
कांग्रेस नेत्री खान ने बताया कि कोरोना काल में सेवारत कर्मचारियों को शासन ने फ्रंट लाइन वर्कर का तमगा दिया है, लेकिन जरुरत पडऩे पर इलाज तक की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि नजमा के उपचार के लिए कलेक्टर को कॉल किया, लेकिन वह फोन अटेंड नहीं करते इसलिए उन्हें धरने पर बैठना और यहीं रोजा भी खोलना पड़ा।
13 दिन पहले किया था गिरफ्तार
सर्वविदित है नूरी खान संक्रमितों के परिजनों को ऑक्सीजन कमी से जूझते देख 26 अप्रैल की रात इंदौर रोड स्थित ऑक्सीजन रिफलिंग सेंटर पहुंच गई थी। उन्होंने वहां समीप के जिलों में ऑक्सीजन पहुंचाने पर हंगामा कर दिया था। मामले में नानाखेड़ा थाने में केस दर्ज कर 27 अप्रैल की सुबह नूरी खान को घर से गिरफ्तार किया गया था।