पिछले वर्ष लॉकडाउन खुलने के तुरंत बाद श्रद्धालुओं के लिए 8 जून से शुरू हो गए थे दर्शन
उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 जून से उज्जैन जिले में जनता कफ्र्यू हटाने के संकेत दिए हैं। शहर के बाजार तो खुल जाएंगे लेकिन उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थल इतनी जल्दी नहीं खुल पाएंगे। क्योंकि कोरोना महामारी पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हो पाई है और बाहर से श्रद्धालुओं के आने के कारण इससे संक्रमण बढऩे की संभावना रहेगी।
पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर मार्च माह से ही शुरू हुई थी। जिसके चलते जिला प्रशासन ने संपूर्ण लॉकडाउन लगाकर कोरोना महामारी पर काबू करने का प्रयास किया था। जो कि सार्थक भी हुआ था और शहर को मई माह में खोल दिया गया था। वहीं 8 जून से विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को भी श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिया गया था। इसके साथ ही काल भैरव मंदिर को भी खोला गया था। एक माह बाद मंगलनाथ मंदिर को भी भातपूजा के लिए खोल दिया गया था। लेकिन महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण को लगभग 2 माह के बाद श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए शुरू किया गया था। जिला प्रशासन को अंदेशा था कि कहीं मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है तो कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है।
जिला क्राइसेज कमेटी के हाथ में कमान
आम लोगों की मांग पर पिछले वर्ष जिला प्रशासन ने विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को 8 जून को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया था। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण का नया वेरिएंट आने के कारण महाकालेश्वर मंदिर के शीघ्र खुलने की संभावना नजर नहीं आती है। जिला क्राइसेज कमेटी में बैठे सदस्य नहीं चाहेंगे कि कोरोना संक्रमण का पूरा दौर समाप्त होने से पहले ही मंदिर को आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया जाए।
इनका कहना
कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मंदिर खोलने को लेकर जिला प्रशासन जैसा निर्णय लेगा, उसका पालन किया जाएगा।
-मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक, महाकाल मंदिर समिति
देश-विदेश के श्रद्धालु कर रहे प्रतीक्षा
भगवान महाकालेश्वर, महामंगल मंगलनाथ, काल भैरव, गढक़ालिका, हरसिद्धि मंदिर सहित शहर के प्रसिद्ध मंदिरों के खुलने का इंतजार देश सहित विदेश में बैठे श्रद्धालु भी कर रहे हैं। विशेषकर भगवान महाकाल के प्रति देश-विदेश के श्रद्धालुओं में आगाध श्रद्धा है और वह नित्य प्रति सुबह और शाम भगवान महाकाल के फोटो सोशल मीडिया पर देखकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं। लिहाजा जिला क्राइसेज कमेटी कोरोना संक्रमण की स्थिति देखकर महाकालेश्वर मंदिर सहित अन्य मंदिरों को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने के बारे में विचार करेगी।