ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कारोबार करने वाले 3 हिरासत में 1 की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना कफ्र्यू के चलते जिले में शराब दुकानें बंद होने पर अवैध कारोबार धड़ल्ले के साथ किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक अवैध शराब लाई जा रही है। शुक्रवार को इंगोरिया और खाचरौद पुलिस ने 3 लाख से अधिक की शराब बरामद करते हुए 3 को हिरासत में लिया है। एक भाग निकला था।
खाचरौद पुलिस को तडक़े सूचना मिली थी कि बोलेरो क्रमांक एमपी 43 जी 1977 में अवैध शराब भरकर लाई जा रही है। एसआई आरके सिंगावत ने एएसआई अरविंदसिंह गणावा, आरक्षक मुकेश गोयल, महिपाल, राजेन्द्रसिंह के साथ मिलकर बोलेरो को पकडऩे के लिये दुपडावदा फंदा पर घेराबंदी कर दी। कुछ देर में ही उक्त बोलेरो आती दिखाई दी तो उसे रोकने का प्रयास किया गया। इस बीच एक व्यक्ति गाड़ी में उतरकर भाग निकला। 2 को पुलिस ने हिरासत में लेकर बोलेरो की तलाशी ली।
जिसमें शराब की 46 पेटियां बरामद हुई। बोलेरो जब्त कर हिरासत में लिये गये दोनों आरोपियों को थाने लाया गया। जहां उनके नाम मुकेश पिता नरसिंह (30) निवासी ग्राम अलसी और फूंदासिंह पिता मनोहरसिंह (45) निवासी ग्राम नायन थाना बिरलाग्राम सामने आये। फरार हुए आरोपी का नाम बादरसिंह पिता भुआनसिंह निवासी ग्राम अलसी थाना खाचरौद सामने आया है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं।
बरामद की गई शराब की कीमत 3 लाख और बोलेरों की 6 लाख होना सामने आई है।
इंगोरिया थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने भी अवैध शराब गांव में लाए जाने की सूचना मिलने पर अपनी टीम में शामिल एसआई बीएस चौहान, एएसआई कनीराम, प्रधान आरक्षक महेन्द्र मिश्रा, आरक्षक शोभित शुक्ला, जितेन्द्र पाल और शिवकांत पांडेय के साथ ग्राम सरसान में घुड़ावन फंटे पर घेराबंदी की। तभी बाइक क्रमांक एमपी 09 जेएक्स 3591 पर टाटा की बोरियों को लटकाकर एक युवक आता दिखाई दिया। जिसे पकड़ा गया और बोरियों की तलाशी ली गई तो उसमें चार पेटी अवैध शराब की भरी होना सामने आई। युवक को थाने लाकर पूछताछ करने पर नाम भरत जयसवाल निवासी ग्राम घुड़ावन सामने आया।
वह पूर्व में भी शराब के कारोबार से जुड़ा हुआ था और उसके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज थे। उससे बरामद शराब की कीमत 30 हजार रुपये होना सामने आई है। खाचरौद और इंगोरिया पुलिस शराब के साथ पकड़ाये आरोपियों से पूछताछ कर रही है। शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।