उच्च शिक्षा मंत्री बोले- कोरोना से मरने वाले स्टाफ के मामले एक माह में हल होंगे
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से UG और PG के छात्रों को अगामी परीक्षा में शामिल होने के लिए एक और मौका दिया जाएगा। यह निर्णय उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने किया। पहले परीक्षा फार्म भरने के लिए बिना लेट फीस के 31 मई तक फार्म भर सकते थे, लेकिन अब छात्र-छात्राएं परीक्षा के दिन तक ऑनलाइन फार्म भरके परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
सत्र 2021-22 की प्रवेश प्रक्रिया 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने के बाद आरंभ की जाएगी। ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में विद्यार्थी अपने आवश्यक प्रमाण पत्र अपलोड करेंगे और ऑनलाइन सत्यापन के माध्यम से विद्यार्थी को मेरिट के आधार पर महाविद्यालय आवंटित किया जाएगा।
इसके साथ ही कोरोना के कारण जान गंवाने वाले 82 कर्मचारियों के सभी तरह के प्रकरण एक महीने के अंदर ही हल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय अपने पास के एक गांव को गोद लेंगे।
यह हुए निर्णय
- सभी दिवंगत शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाप के परिजनों को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
- संबंधित स्टाप को विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जानी वाली आर्थिक सहायता, आर्थिक लाभ एवं पेंशन से संबंधित कार्य जल्दी से जल्दी हल किए जाएंगे
- विद्यार्थियों को परीक्षा दिनांक तक परीक्षा फार्म भरने की छूट दी जाती है।
- विद्यार्थियों के लिए उत्तरपुस्तिकाओं के जमा करने के लिए अधिक से अधिक केंद्र बनाए जाएंगे।
- किसी भी स्थिति में संग्रहण केन्द्रों पर विद्यार्थियों का समूह होने से रोका जाएगा।
- विश्वविद्यालय समय सीमा में परीक्षा परिणाम घोषित करें।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में 79 विषयों के लिए पाठ्यक्रम निर्माण की कार्यवाही प्रचलन में है।
- केन्द्रीय अध्ययन मंडल द्वारा विगत दो माह में 350 से अधिक विषयवार बैठकों का आयोजन किया जा चुका है।
- सत्र 2021-22 की प्रवेश प्रक्रिया 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने के बाद आरंभ की जाएगी।
- ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में विद्यार्थी अपने आवश्यक प्रमाण पत्र अपलोड करेंगे तथा ऑनलाइन सत्यापन के माध्यम से विद्यार्थी को मेरिट के आधार पर महाविद्यालय आवंटित किया जाएगा।
- ऑनलाइन प्रवेश के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी पूर्ण की जावेगी। जिससे विद्यार्थी एवं महाविद्यालयों को एक ही प्रक्रिया बार-बार नहीं करनी होगी।
- माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालयों से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को संबंधित विश्वविद्यालय से पात्रता प्रमाण पत्र की आवश्यकता नही होगी।
- वर्तमान संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक महाविद्यालय अपने निकट के किसी एक गांव को गोद लेंगे।
- सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों को ऑनलाइन योग के लिए प्रोत्साहित किया जाए।