एक साल में अवैध शराब के तीन गुना केस बढ़े, आबकारी अधिकारी बोले स्टॉफ नहीं, पुलिस ने 10 हजार लीटर जब्त की
उज्जैन,अग्निपथ। कोरोना कफ्र्यू में शराब का धंधा अवैध कारोबारियों के लिए अवसर साबित हो रहा है। पुलिस ने पांच माह में 10 हजार लीटर शराब जब्त कर इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया है। लेकिन आबकारी अफसर स्टॉफ नहीं होने का हवाला देकर औपचारिकता निभाने का प्रयास कर रहे है।
जिले में 9 अप्रैल सेे कोरोना कफ्र्यू लगने के बाद से ही अवैध शराब का धंधा चरम पर पहुंच गया। बेहिसाब कमाई के कारण अन्य जिलों से तस्करी के साथ घरों में कच्ची शराब बनाकर गली से चौपालों तक बेची जा रही है। खास बात तो यह है कि कुछ कलाली व वाइन शॉप भी अवैध व्यापार में लिप्त है।
अवैध बेचने के लिए कलाली में चोरी तक की नौटंकी हो चुकी है। उस पर आबकारी विभाग का दावा है कि स्टॉफ और इंतजाम की कमी के कारण वह सब जगह नहीं पहुंच सकते, लेकिन लाइसेंसी दुकानों को चैक कर सील किया था और सुरक्षा की जिम्मेदारी ठेकेदारों की है। हालांकि पुलिस ने मामले में सराहनीय कार्रवाई करते हुए 1 जनवरी से 15 मई तक 10 हजार लीटर शराब जब्त की। जबकि गत वर्ष इस अवधि में मात्र 3 हजार लीटर शराब जब्त की थी। रिकार्ड देखें तो पिछले वर्ष 278 शराब के केस दर्ज किए गए थे। वहीं इस वर्ष अब तक 745 प्रकरण कायम किए जा चुके हैं।
झिंझरकांड से सबक
याद रहे अक्टूबर 2020 में झिंझरकांड में 14 लोगों की मौत के बाद पुलिस अवैध शराब को लेकर काफी गंभीर है। यहीं वजह है भैरवगढ़ में नकली शराब का कारखाना पकडक़र 16 लाख का स्प्रीट व यूरिया जब्त किया। बडऩगर थाने ने अप्रैल मई में करीब 3 लाख, भाटपचालाना पुलिस ने 2 लाख, नीलगंगा में 1.14 लाख,चिंतामन व नरवर में 1 लाख की शराब जब्त की गई। खाचरौंद व कायथा पुलिस ने भी बड़ी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी।
दुकान सील करने का सच क्या
उल्लेखनीय है कि जिले में 141 शराब की दुकान है,जिनमेें 104 देशी व 37 अंग्रेजी की है। नियमानुसार ठेकेदार दुकान पर सिर्फ 7 दिन का स्टॉक रख सकता है। ड्राय डे घोषित होने पर आबकारी विभाग स्टॉक चेक कर दुकान सील करता है। कोरोना क र्यू में भी सील करना थी, विभाग दावा भी कर रहा है, बावजूद इंदौर रोड़ की वाईन शॉप पर शराब ब्लैक की जा रही है। वहीं माकड़ौन की कलाली से 4 लाख की शराब चोरी होने की नोटंकी हो गई।
इनका कहना
यह सही है कि कोरोनाा क र्यू के दौरान अवैध शराब का धंधा तेजी से बड़ा है, लेकिन पुलिस ने भी पीछले वर्ष की अपेक्षा तीन गुना शराब जब्त कर केस दर्ज करने की कार्रवाई की है।
-सत्येंद्र कुमार शुक्ल,स्टॉक चेक कर शराब की दुकाने सील करने का रिकार्ड मौजूद है। मात्र 22 लोगों का स्टॉप व एक वाहन होने के कारण हर जगह नहीं पहुंच सकते, लेकिन अवैध शराब की सूचना पर प्रशासन की सहयोग से कार्रवाई करते है।
– हर्षवर्धन राय, सहायक आयुक्त, आबकारी विभाग