खाचरौद, अग्निपथ। नगर तथा ग्रामीण अंचल में संक्रमित मरीजों की संख्या में तो इजाफा हुआ है, वहीं नगर में 18 प्लस आयु वर्ग के वैक्सीनेशन सेंटर पर रोजाना 8-10 स्लाट खाली जाने से नगर के युवाओं में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है। वहीं शेष डोज कहां जा रहे है, इसकी स्पष्ट जानकारी नही दीं जा रही है।
पहले ही रजिस्ट्रेशन में युवाओ को भारी परेशानी का सामना सलाड करना पड़ रहा है। युवा देर रात तक घर से बाहर खुले में घंटों खड़े रहकर स्लाट बुक करने की कोशिश करते है पर निराशा हाथ लगती है। वहीं वंचित सलाड भी उपयोग में नहीं आ रहे हैं।
इधर सरकारी कोरोना हॉस्पिटल में रविवार को 5 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे, आज की स्थिति में यहां 2 बेड भी खाली है। अगर नगर की संक्रमण की रफ्तार पर अंकुश लगा रहेगा तो खाचरौद नगर फिर से पटरी पर लौट आएगा। इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि ग्रामीण अंचल के 8 स्वास्थ्य केंद्रों पर शनिवार तक लगभग 2800 मरीजों का उपचार हो चुका है।
वहीं नागरिकों की जागरूकता से नगर में संक्रमण की रफ्तार पर अंकुश लगा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो 1 जून से नगर में आंशिक छूट हम दे पाएंगे।
18 प्लस वैक्सीनेशन सेंटर
नगर में 19 मई से शुरू हुए 18 प्लस वैक्सीनेशन सेंटर में 4 दिन में जिला मुख्यालय से 630 डोज शासकीय अस्पताल को प्राप्त हुए है, उसमें से आज तक 557 युवाओं को डोज लगाये गये। अब यहां सवाल यह उठता है कि शेष बचे 73 स्लाट कहां गये। वहीं अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार अर्पित मेहता ने खाली रहे स्लाट को पहली कड़ी में तीन दिवस के लिए पत्रकारों व दूसरी कड़ी में दवाई विक्रेता, दूध, सब्जी, फल, हम्माल आदि को रजिस्ट्रेशन के बाद नहीं आने वाले वंचित स्लाट लगाए जाने का कहा। आज शेष बचे चार स्लाट को पत्रकारों को लगाये गये।
जिससे वैक्सीनेशन को हम धीरे -धीरे तीव्रता मिलेगी। सेंटर पर प्रेसवार्ता में प्रतिनिधि ने चर्चा में तहसीलदार को बताया कि चार दिवस में खाली रहे स्लाट को लगाया गया है या पुन: अगले दिवस कार्य में लिया गया। जिस पर तहसीलदार ने स्वास्थ्य अमले से जानकारी जुटाने कर बताने का कहा, जबकि ऐसी जानकारी लगी थी की वंचित स्लाट रोजाना सांठगांठ से लगाए जा रहे हैं और सेंटर पर अनावश्यक लोगों का आना-जाना लगा रहता है, जिससे रजिस्ट्रेशन कराने वालों के साथ खुल्लम खुल्ला धोखाधड़ी हो रही है।