31 मई तक वेतन नहीं दिया तो एसआईएस कंपनी को कर देंगे ब्लैक लिस्टेड
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को विगत 4 माह से एसआईएस कंपनी द्वारा वेतन नहीं दिया जा रहा है। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से कंपनी को कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन इसके कानों पर जूं नहीं रेंगी और वेतन बकाया चलता रहा। अब जानकारी में आया है कि दो दिन पहले एक नोटिस और जारी किया गया है। इसमें 31 मई तक सुरक्षाकर्मियों का पूरा वेतन देने को कहा गया है। अन्यथा कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में जब से एसआईएस कंपनी ने सुरक्षा का ठेका संभाला है, तब से लेकर आज तक उनका तीन से चार माह का वेतन बकाया चल रहा है। सुरक्षाकर्मी वेतन को तरस रहे हैं और किसी तरह से इधर उधर से ब्याज पर पैसा लेकर अपना घर चला रहे हैं। लेकिन कंपनी द्वारा मंदिर पर एक करोड़ रुपए का बिल रोके जाने को लेकर आरोप लगाए गए हैं। मंदिर के अधिकारियों द्वारा कई बार कंपनी को वेतन देने संबंधी नोटिस जारी किए गए हैं। लेकिन कंपनी के ब्रांच हेड अरविंदसिंह पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिला है। उनका कहना है कि पहले हमारे 1 करोड़ रुपए का बिल मंदिर प्रबंध समिति क्लियर करे। ऐसे में मामला उलझा हुआ है और सुरक्षाकर्मियों का 4 माह का वेतन रुका हुआ है।
दो दिन पहले मंदिर समिति ने दिया नोटिस
जानकारी में आया है कि दो दिन पहले एसआईएस कंपनी को एक नोटिस मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी किया गया है। इसमें सुरक्षाकर्मियों को 31 मई तक पूरा 4 माह का वेतन देने को कहा गया है। वहीं दूसरी ओर चेतावनी जारी करते हुए यह भी कहा गया है कि यदि वेतन नहीं दिया गया तो उनकी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए किसी अन्य को सुरक्षा का प्रभार सौंप दिया जाएगा।
ज्ञातव्य रहे कि विगत दिसम्बर-2019 में एसआईएस कंपनी को मंदिर की सुरक्षा का ठेका दिया गया था। लेकिन इसके बाद से ही उसने सुरक्षाकर्मियों को वेतन देने में लेतलाली की। तभी से कभी दो तो कभी तीन माह का वेतन बकाया चल रहा है जोकि आज दिन तक बढ़ता ही जा रहा है। इस दिसम्बर माह में कंपनी का ठेका समाप्त होने वाला है।
केएसएस कंपनी को इसलिए सांैपेंगे सुरक्षा
मंदिर में सफाई का ठेका केएसएस कंपनी के पास है। इसके द्वारा प्रतिमाह अपने कर्मचारियों को वेतन ठीक समय पर दिया जाता है। इसका काम भी बेहतर है। ऐसे में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा केएसएस कंपनी को सुरक्षा का ठेका दिया जा सकता है। सोमवार को कंपनी संचालक द्वारा सुरक्षाकर्मियों से उनकी यूनिफार्म के बारे में जानकारी ली गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगामी भविष्य में सुरक्षाकर्मियों का प्रभार कंपनी द्वारा संभाला जा सकता है।