पांच डॉक्टर सहित 14 लोगों की टीम ने साढ़े चार घंटे की मशक्कत, आपरेशन के बाद आईसीयू में किया भर्ती
उज्जैन। इंदौर में ब्लैक फंगस का सही तरह से उपचार नहीं मिलने के कारण 12 वर्षीय बालिका को उज्जैन के जिला चिकित्सालय के ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती कराया गया था। सोमवार को उसका आपरेशन कर फंगस निकाली गई। युवती को आपरेशन के बाद आईसीयू में भर्ती किया गया है।
ईएनटी विशेषज्ञ सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा और उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक आपरेशन संपन्न किया गया। यह जिला चिकित्सालय में ब्लैक फंगस का पहला आपरेशन है।
पांड्याखेड़ी निवासी 12 वर्षीय कुनिका पिता राकेश 12 वर्ष निवासी पंड्याखेड़ी कोरोना संक्रमण के चलते 4 मई को चरक अस्पताल में भर्ती हुई थी। 8 मई को उसे रिलीव कर दिया गया लेकिन उसमें अनुवांशिक डायबिटिज की बीमारी घर कर गई थी। जिसके चलते उसके तालू में ब्लैक फंगस पनपने लगा। इसके उपचार के लिए उसके परिजन उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल ले गए थे। यहां पर उचित उपचार नहीं मिलने के बाद पिछले शनिवार को उसको जिला चिकित्सालय में बनाए गए ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती किया गया था।
सोमवार को सिविल सर्जन एवं नाक कान गला रोग विशेषज्ञ (ईएनटी) डॉ पी.एन.वर्मा के निर्देशन में नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ अंशु वर्मा, निश्चतना विशेषज्ञ डॉ वाय.के. चौहान, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. यूपीएस मालवीय, दंत रोग चिकित्सक(समन्वयक) डॉ अभिषेक जीनवाल, ओटी स्टाफ संगीता मलेसिया, सरिता तिवारी, संध्या सोनी, किरण बघेल, मोनू सेन, मुन्नालाल यादव, सचिन, रूपा एवं रवि हाड़ा के द्वारा सराहनीय कार्य करते हुए युवती के गले का आपरेशन कर ब्लैक फंगस निकाली गई।
ज्ञातव्य रहे कि सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा द्वारा आपरेशन करने के लिए अपनी निजी 10 लाख रुपए कीमत की एंडोस्कोपिक मशीन जिला अस्पताल में लगाई गई है।
साढ़े चार घंटे चला आपरेशन
डॉ. अभिषेक जीनवाल ने बताया कि साढ़े चार घंटे चले ऑपरेशन कर बालिका के तालू में चिपका ब्लैक फंगस हटाया गया है। आपरेशन के बाद कुनिका को आईसीयू में भर्ती किया गया है। यहां पर डॉक्टर उसकी तबीयत पर नजर रखे हैं। सोमवार को एक अन्य मरीज दीपक ओझा को भी भर्ती किया गया है। डॉ. अंशु वर्मा द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है। कोरोना के चलते दीपक का चरक अस्पताल में 5 दिन इलाज चला था। इसके बाद ब्लैक फंगस की परेशानी शुरू हुई।
इनका कहना
जिला चिकित्सालय में पहला ब्लैक फंगस का आपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है। पूरी टीम बधाई की हकदार है।
-डॉ. पीएन वर्मा, सिविल सर्जन