कंटेंटमेंट क्षेत्र में जाकर कलेक्टर ने की होम क्वारेन्टीन मरीजों व उनके परिजनों से चर्चा
उज्जैन। होम क्वारेंटीन में रह रहे एसिम्प्टोमेटिक मरीज कोविड-19 केयर सेंटर में जाकर रह सकते हैं। यदि कोविड केयर सेंटर में उन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ती है तो राज्य शासन की ओर से ऐसे मरीजों को इंजेक्शन प्राथमिकता से निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा।
यह बात कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को शहर के माइक्रो कंटेंटमेंट क्षेत्र का निरीक्षण करने के दौरान मरीजों एवं मरीजों के परिजनों से चर्चा में कही। कलेक्टर को ऋषिनगर मेन रोड से लगे माइक्रो कंटेंटमेंट में रह रहे मरीज के परिजन ने बताया कि उनका पुत्र पीटीएस में भर्ती है एवं वहां पर उसका उपचार अच्छा चल रहा है। दिन में उससे दो-तीन बार बात होती है वहां पर अच्छा खाना, दवाइयां एवं जांच की सुविधा मिल रही है इसलिए वे निश्चिंत है। उन्होंने कलेक्टर को पीटीएस की व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया।
मरीज के परिजन के आग्रह पर कलेक्टर ने शुगर एवं अन्य बीमारियों की देखभाल के लिए बुधवार से ही एक कंसल्टेंट की व्यवस्था पीटीएस में करने के लिए निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने उज्जैन के माइक्रो कंटेंटमेंट क्षेत्र का दौरा किया एवं मरीजों एवं मरीजों के परिजनों से चर्चा की। उन्होंने घर में होम क्वारन्टीन मरीजों से पूछताछ की कि वे आइसोलेशन में किस तरह से रह रहे हैं। ऋषिनगर में मरीज के परिजनों ने बताया कि पॉजिटिव मरीजों को थर्ड स्टोरी पर अलग से रखा गया है तथा उन्हें खाना दूर से ही दे दिया जाता है।
कलेक्टर ने फिर भी कहा कि यदि आवश्यकता हो तो वे तुरंत निसंकोच पीटीएस अथवा प्रशांति गार्डन में स्थापित किए गए कोविड केयर सेंटर में जा सकते हैं। जहां सभी सुविधाएं निशुल्क दी जा रही हैं।
कलेक्टर ने इसके बाद सुभाष नगर, हरि फाटक एवं कहारवाड़ी क्षेत्र में जाकर माइक्रो कंटेंटमेंट क्षेत्र देखे तथा इंसिडेंट कमांडर्स को दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर जितेंद्र सिंह चौहान, इंसीडेंट कमांडर एवं एसडीएम संजीव साहू, श्रीकांत शर्मा, अनिरुद्ध मिश्रा, अभिषेक शर्मा आदि साथ थे।