आज दोपहर का सूरज चढ़ते चढ़ते यह तय हो जाएगा की मध्य प्रदेश के सिहासन की गद्दी पर कौन विराजमान होने वाला है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान काबिज रहने वाले हैं या फिर कमलनाथ एक बार फिर वापसी कर सकते हैं। हालांकि इस बार के चुनाव दोनों ही दल ने बिना मुद्दों के लड़े थे। चुनाव में मुद्दे के अलावा आइटम, काला, कौवे जैसे कुत्ते जैसे शब्द ज्यादा हावी हो गए थे। जनता ने किसे गद्दी पर बिठाया है, यह आज शाम तक पूरी तरह से साफ हो जाएगा । प्रदेश के मतदाताओं ने जो परिणाम सुनाया है , उसका सीधा सीधा असर स्थानीय राजनीति पर भी देखने को मिलने वाला है।यदि कमलनाथ सरकार में वापसी करते हैं तो एक बार फिर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह समर्थक ताकतवर बनकर नजर आने लगेंगे। वही शिवराज सिंह सत्ता में वापसी करते हैं तो स्थानीय स्तर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का कद ऊंचा हो जाएगा। कहीं ना कहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज ने इस चुनाव में जमकर पसीना वह आया है । कुल जमा प्रदेश के उपचुनाव के परिणाम सीधे-सीधे स्थानीय राजनीति को बहुत अधिक प्रभावित करने वाले हैं।