उज्जैन। कोरोना महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। आने वाली लहर में बच्चों पर खतरे की ज्यादा आशंका के चलते चरक अस्पताल में बच्चों की गहन चिकित्सा इकाई (पीआईसीयू) के लिए 15 बिस्तर (बेड) व 60 ऑक्सीजन सप्लाय वाले बिस्तर आरक्षित किए जाएंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरुवार को चरक हॉस्पिटल का दौरा कर अस्पताल के प्रथम तल एवं छठी मंजिल का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए अभी से तैयार रहना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा यह आशंका व्यक्त की गई है कि तीसरी लहर में बच्चे अधिक संक्रमित होंगे।
इस कारण से अभी से तैयारी करके चरक अस्पताल के प्रथम तल पर वर्तमान में बच्चों के लिए संचालित 15 पीआईसीयू बेड व 60 ऑक्सीजन बिस्तर आवश्यकता पडऩे पर कोविड हेतु बच्चों के लिए आरक्षित करने तथा 60 नए ऑक्सीजन बेड स्थापित किए जाएं। यहां पर इसके लिए स्थल निरीक्षण किया व आवश्यक संसाधन जुटाने व निर्माण कार्य समय पर पूर्ण करने व पृथक से एंट्री एग्जिट बनाने के लिए कहा है।
इसी तरह वयस्कों के लिए माधवनगर में 30 व चरक की पांचवी मंजिल पर 30 कुल 60 नये आईसीयू बेड स्थापित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने शिशु रोग विशेषज्ञ से चर्चा कर कोविड-19 शिशु स्पेशल वार्ड से आने जाने की व्यवस्था एवं सेपरेशन का ध्यान रखते हुए वार्ड तैयार करने के लिए निर्देशित किया है।
निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल, सिविल सर्जन डॉक्टर पीएन वर्मा, चरक हॉस्पिटल के कोरोना नोडल डॉ. नीलेश कुमार चन्देल, शिशु रोग विशेषज्ञ डा. यूपीएस मालवीय, डॉ. अंबुज अग्रवाल स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता पलसानिया, डॉ रौनक एलचि आदि चिकित्सक मौजूद थे।