ब्लैक लिस्टेड का भय: एसआईएस कंपनी ने वेतन तो डाला लेकिन आधा सुरक्षाकर्मियों का 2 माह का वेतन डाला, कई के एक माह के 7300 की जगह 4300 डाले

उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में सुरक्षा का ठेका संभाल रही एसआईएस कंपनी द्वारा ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी दिए जाने के बाद गुरुवार को सुरक्षा कर्मियों को 2 माह का वेतन तो डाला गया। लेकिन आधा-आधा। जबकि इनका 4 माह का वेतन बकाया चल रहा है। हरसिद्धि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को तो यह भी नहीं मिला।

गुरुवार को एसआईएस कंपनी द्वारा कर्मचारियों के चार माह के वेतन की जगह जनवरी-फरवरी 2 माह का वेतन का डाला गया है। मार्च का वेतन उसने पहले ही दे दिया था। इस तरह से उसने तीन माह का वेतन तो सुरक्षाकर्मियों को दे दिया। लेकिन दो माह का डाला गया वेतन सुरक्षाकर्मियों को प्रतिमाह मिलने वाले वेतन से आधा दिया गया है।

कई सुरक्षाकर्मियों की शिकायत है कि उनको कलेक्टर रेट के हिसाब से 7000 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जाता है। लेकिन इस बार कंपनी के ब्रांच हेड अरविंद सिंह द्वारा ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी देने के बाद वेतन देने में फिर से चाल खेलते हुए सुरक्षाकर्मियों के खाते में 4300 रुपए के हिसाब से वेतन डाला गया है। इस तरह से दो माह का वेतन 8600 रुपए डाल दिया गया है। इसको लेकर सुरक्षाकर्मियों में असंतोष पनपा हुआ है और वह इसकी शिकायत मंदिर के वरिष्ठ अधिकारियों को करेंगे।
सोशल मीडिया पर असंतोष
गुरुवार को वेतन सुरक्षाकर्मियों के खाते में डालने के बाद सोशल मीडिया और सुरक्षाकर्मियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर वेतन कम मिलने को लेकर ढेरों शिकायतें पोस्ट होने लगीं। सुरक्षाकर्मियों की शिकायत है कि ब्लैक लिस्ट होने की सूचना पर घबराकर कंपनी द्वारा वेतन तो डाला गया है लेकिन 1 माह का वेतन 2 माह का कहकर कंपनी द्वारा डालकर जिला प्रशासन को भरमाने का प्रयास किया गया है।

हरसिद्धि मंदिर में तैनात कर्मियों का तो डाला नहीं

महाकालेश्वर मंदिर सुरक्षाकर्मियों में हरसिद्धि मंदिर, कालभैरव और चिंतामन गणेश मंदिर में कार्यरत सुरक्षाकर्मी भी आते हैं। लेकिन कालभैरव और चिंतामन मंदिर में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को तो एसआईएस कंपनी ने वेतन दे दिया है, लेकिन हरसिद्धि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों का विगत तीन माह का वेतन नहीं दिया गया है। यहां पर कार्य करने वाले सुरक्षाकर्मी वेतन के लिए तरस रहे हैं।

इनका कहना है

सुरक्षाकर्मियों द्वारा यदि लिखित में वेतन कम देने की की शिकायत की जाएगी तो निश्चित ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। -मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक, महाकाल मंदिर प्रबंध समिति।

बुलाकर खुद नहीं आए सुरक्षा प्रभारी

मंदिर के सुरक्षा प्रभारी दिलीप बामनिया द्वारा सुरक्षाकर्मियों को किस तरह से प्रताडि़त किया जा रहा है। इसका एक नमूना बुधवार को देखा गया जब उन्होंने अटेंडेंस लगवाने के लिए सभी सुरक्षाकर्मियों को सुबह 10 बजे मंदिर में बुलाया। ए, बी और सी शिफ्ट के सुरक्षाकर्मी पहुंचे तो देखा कि खुद सुरक्षा प्रभारी नहीं आए हैं। फोन करने पर उन्होंने बताया कि वह नहीं आ रहे हैं। दिनभर बैठाने के बाद उनके द्वारा इस प्रकार का कृत्य कर सुरक्षाकर्मियों को प्रताडि़त किया जा रहा है।

Next Post

खबरों के उस पार: यह सेवाकाल है, मौैका मत गवाइये.!

Thu May 27 , 2021
कोरोना संकट काल में अस्थाई कोविड स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है। इस कारण काफी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। शुक्र है अभी अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या कम है, इस कारण प्रशासन को व्यवस्था बनाने में ज्यादा असुविधा नहीं हो रही है। तीन दिनों से चल रही इस […]