कायथा (दिनेश शर्मा-संजय राठौर) । कहते हैं जहां चाह वहां राह है, ग्रामवासी अगर कुछ कर गुजरने की ठान ले तो वह अपनी एकता के साथ बड़ी से बड़ी मुसीबत को भी पार पा सकते हैं और ऐसा ही कुछ किया है आनंदखेड़ी के रहवासियों ने जिन्होंने शासन की अनदेखी से परेशान होकर 2 किलोमीटर लंबी सडक़ का निर्माण कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर 500 की आबादी वाला ग्राम आनंद खेड़ी स्थित है। किसान बाहुल्य ग्राम आनंद खेड़ीवासियों की जमीन गांव से लगभग 2 किलोमीटर क्षेत्र में रेलवे पटरी तक लगी हुई है जिस और जाने का एकमात्र रास्ता बिल्कुल जीर्ण शीर्ण होकर उबड़-खाबड़ था बारिश के दिनों में वाहन तो छोडि़ए पैदल निकलना भी दुर्लभ हो जाता था ग्रामवासियों द्वारा बार-बार शासन प्रशासन तक शिकायत के माध्यम से उक्त मार्ग के निर्माण को लेकर अपनी बात पहुंचाई लेकिन आला अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
तत्पश्चात परेशान आनंद खेड़ीवासियों ने खुद ही जन सहयोग से आनंद खेड़ी से रेलवे फाटक तक सडक़ निर्माण का बीड़ा उठाया। आपसी सहमति से ग्रामवासियों ने उक्त सडक़ निर्माण के दोनों ओर स्थित किसानों से 750 रुपए बीघा के हिसाब से राशि एकत्रित की दोनों और करीब किसानों की 200 बीघा जमीन स्थिति थी कुल मिलाकर डेढ़ लाख रुपए की राशि जन सहयोग से एकत्रित कर उक्त सडक़ निर्माण का कार्य प्रारंभ किया।
इसमें सक्षम किसानों द्वारा आर्थिक मदद के साथ साथ अपने ट्रैक्टरों एवं छोटे किसानों द्वारा श्रमदान के माध्यम से अपनी सेवाएं दी जिसके बाद इस रास्ते पर 269 ट्राली मुरम डालकर उक्त स?क निर्माण का कार्य पूरा कर दिया।
उक्त सडक़ निर्माण कार्य में ग्राम के मोहन परमार, राहुल पटेल, मोहन मालवीय, हीरालाल पटेल, गोपाल सिंह जी आंजना, दिनेश जी चौधरी, केसर सिंह जी आंजना, विक्रम पटेल, अनिल जी, मोहन सिंह, ईश्वर सिंह जी पटेल, विकास परमार ने ग्राम वासियों को एकजुट कर उक्त सडक़ निर्माण कार्य को पूर्ण किया।