महिदपुर, अग्निपथ। म.प्र. किसान कांग्रेस के पूर्व संगठन मंत्री एवं वरिष्ठ इंका नेता कैलाश सूर्यवंशी ने प्रेस वक्तव्य के माध्यम से भारत सरकार से मांग की कि 3 साल से आयुष्मान भारत कार्ड योजना जो कि गरीबों के लिये जीवनदायिनी योजना की आपने शुरुआत की थी। परंतु आज भी इस जनहितैषी योजना के आदेश को निजी अस्पताल वाले मानने को तैयार नहीं है और गरीब लोग अपना इलाज कराने के लिये कार्ड लेकर इधर से उधर अस्पतालों के चक्कर काट रहे है, जिनकी कोई सुनने वाला नहीं है।
जिसकी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सूर्यवंशी ने बताया कि सभी शासकीय और गैर शासकीय अस्पताल सरकार के अधीन ही होते है और उनके मापदण्डों के अनुसार ही चलते है और उनके रजिस्ट्रेशन व अनुबंध सरकार के नियमों व निर्देशों के अनुसार होते है, फिर क्या कारण है कि निजी अस्पताल वाले मरीजों का इलाज नहीं कर रहे और सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए है। जबकि सरकार ने 5 लाख रुपये तक का इलाज करने के पैसे देने की बात कही है, उनसे मुफ्त इलाज कराने का आदेश नहीं दिया है?
फिर भी निजी अस्पताल वाले अपनी मनमर्जी और दादागिरी दिखा रहे है जबकि कोरोना के इस संक्रमणकाल में कई लोग पैसो के अभाव में अपनी जानें गंवा चुके है। फिर भी ये सरकार का आदेश नहीं मान रहे है। ऐसे निजी अस्पताल वालो के रजिस्ट्रेशन रद्द किये जाये और सरकार का आदेश नहीं मानने की कार्यवाही की जाये ताकि कोई भी संस्था सरकार को आदेश नहीं मानने की हिम्मत नहीं कर सकें।