पोस्ट ऑफिस एजेंट सिम वैरिफिकेशन के झांसे में आया, 68 हजार से निपटा
उज्जैन,अग्निपथ। लॉक डाउन खुलते ही आर्थिक अपराध बढऩे लगे है। गुरुवार को ऐसी ही दो घटनाएं सामने आई है। एक में वृद्धा को नोटों की गड्डी देने का लालच देकर दो ठग सोने के जेवर उतरवा ले गए। वहीं सिम वैरिफिकेशन करने के नाम पर पोस्ट ऑफिस एजेंट को साइबर क्रिमिनल ने 68 हजार की चपत लगा दी। पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन अपराधियों का सुराग नहीं मिला।
आर्य समाज मार्ग निवासी रामप्यारी पति किशोरीलाल सूर्यवंशी (60)को बुधवार दोपहर पैदल घर जाते समय फ्रीगंज ब्रिज के पास 25-30 साल के दो युवक मिले। रास्ता पूछने के बहाने बात शुरू कर कहाकि सडक़ से नोट की गड्डी मिली जिसे उनके साथ बांटना चाहते है। रामप्यारी बात मानते हुए उनके साथ रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
यहा दोनों ने कान के टॉप्स और गले का पेंडल देने पर पूरी गड्डी देने का कहा। महिला ने जेवर दिए तो दोनों ने रुमाल में नोट की गड्डी बांध उनके झोले में रख दी। फिर दूध तलाई तक साथ जाने केबाद लापता हो गए। घर पहुंचकर गड्डी देखी तो उपर-नीचे सौ रुपए के दो नोट थे और बीच में कागज की कतरन मिली। घटना का पता चलते ही रात को वह परिजनों के साथ देवासगेट थाने पहुंची और अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
सीसी टीवी से नहीं मिला सुराग
टीआई पृथ्वीसिंह खलाटे ने बताया ठगों को खोजने के लिए कंट्रोल रूम पर सीसी टीवी कैमरे के फुटेज देखे पर सफलता नहीं मिली। लेकिन दूध तलाई क्षेत्र की होटल पर लगे कैमरे में बदमाश दिखे है। बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। खास बात यह है कि पीडि़त महिला रामप्यारी जीआरपी व माधवनगर थाने भी पहुंची, लेकिन वहां से उन्हें घटनास्थल उनके थाना क्षेत्र का नहीं होना बताते हुए रवाना कर दिया था।
लिंक पर क्लिक करते ही खाते से राशि गायब
खत्री वाड़ा निवासी अमर पिता रमाकांत दिसावल पोस्ट ऑफिस के एजेंट हैं। 29 मई को मोबाइल पर एयरटेल की सिम वैरिफिकेशन करने के लिए फर्जी लिंक आई। दिसावल ने उसे खोलकर एक बैंक अकाउंट नंबर डालकर जानकारी अपलोड कर दी। एक खाते का नंबर डालने पर जियो कंपनी से काल करना बताते हुए दूसरा खाता नंबर भी मांगा। दूसरे खाते की जानकारी दने के कुछ ही देर बाद उनके खाते से दो बार में 68 हजार 795 रुपए कट गए। ठगी का एहसास होते ही दिसावल ने महाकाल थाने में शिकायत दर्ज की। मामले में बुधवार रात पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ 420 का केस दर्ज कर दिया।
साइबर को लिखा पत्र, बैंक से मांगी जानकारी
मामले की जांच कर रहे एसआई जीवन डिंडोर ने बताया कि दिसावल के एचडीएफसी व एसबीआई में अकाउंट हैं। दोनों अकाउंट से राशि निकली है। मामले की जांच के लिए गुरुवार को दोनों बैंक को पत्र लिखकर खातों की रिपोर्ट मांगी है। साइबर सेल को भी घटना बताते हुए जानकारी देने के लिए पत्र लिखा है।