उज्जैन। उज्जैन से चिंतामण गणेश होते हुए फतेहाबाद तक जाने वाले करीब 18 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रेक की एक बार फिर से टेस्टिंग की गई है। रेलवे की रिसर्च डेवलपमेंट एंड स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन लखनऊ की टीम ने इस ट्रेक पर 110 की स्पीड से तीन कोच की ट्रेन दौड़ाकर देखी। शुक्रवार को ट्रेक पर सामान्य इंजिन भी चलाया गया। अगले एक या दो दिन में इस ट्रेक पर फिर से मालगाडिय़ा शुरू कर दी जाएगी।
लंबे वक्त के बाद उज्जैन-फतेहाबाद रेलवे ट्रेक को अमान परिवर्तन कर चालू किया गया था लेकिन इस ट्रेक पर अब तक एक भी यात्री गाड़ी शुरू नहीं हो सकी है। रेलवे ने मालगाडिय़ों की ट्रेक पर शुरूआत की लेकिन लॉक डाउन में कर्मचारियों की कमी की वजह से इस ट्रेक को फिर से बंद करना पड़ा। अनलॉक होते ही रेलवे ने ट्रेक को फिर से शुरू करने की तैयारी कर ली है।
आरडीएसओ की टेस्टिंग ट्रेन के बाद इस ट्रेक पर इंजिन भी दौड़ाया गया। आरडीएसओ की गाड़ी ने इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम रेलवे ट्रेक पर भी 130 की स्पीड पर टेस्टिंग की है। इस ट्रेक पर 110 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड को सेफ्टी कमिश्नर ने स्वीकृति दे रखी है। इसी तरह उज्जैन-फतेहाबाद रेलवे ट्रेक पर 75 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड को मंजूरी मिली हुई है।
फतेहाबाद ट्रेक फायदे का सौदा
रेलवे के लिए उज्जैन-फतेहाबाद रेलवे ट्रेक को शुरू किया जाना फायदे का सौदा है। अगले एक या दो दिन में इस ट्रेक पर मालगाडिय़ों का आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। चित्तोड़ से रतलाम होते हुए भोपाल जाने वाली जितनी भी मालगाडिय़ा होंगी वे सभी फतेहाबाद-चिंतामण-उज्जैन के रूट से ही चलाई जाएंगी। यह ट्रेक नागदा-रतलाम ट्रेक के मुकाबले करीब 12 किलोमीटर छोटा है और रतलाम में पॉवर बदलने की भी दिक्कत नहीं है। इसे रेलवे ने कमर्शियल उपयोग के लिहाज से ही तैयार किया है।