1 दिन की रिमांड पर था, 2 टीमें कर रही तलाश, प्रधान आरक्षक सस्पैंड
उज्जैन, अग्निपथ। नाबालिग के अपहरण, दुष्कर्म और पास्को एक्ट में गिरफ्तार युवक मंगलवार रात पुलिस को चकमा देकर राघवी थाने से भाग निकला। लापरवाही पर एसपी ने थाने के एक प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया, वहीं 2 होमगार्ड सैनिकों को लाइन भेज दिया है।
राघवी थाना पुलिस ने अगस्त माह में दर्ज किये गये नाबालिग के अपहरण मामले में ग्राम सादड़ाखेड़ा थाना डग जिला झालावाड़ राजस्थान के रहने वाले गोवर्धन लाल को हिरासत में लिया था। नाबालिग के मेडिकल परीक्षण के बाद दुष्कर्म और पास्को एक्ट की धारा बढ़ाकर उसे न्यायालय में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया था।
रात में 12 बजे के लगभग गोवर्धन ने घबराहट होने की शिकायत की। ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक गोकुलसिंह ने उसे लॉकअप से बाहर निकाला और हथकड़ी से बांध दिया। गोवर्धन ने कंबल में हाथ छुपाकर हथकड़ी से निकाल लिया और चकमा देकर थाने की छत से पीछे के रास्ते से जंगल में भाग निकला। रात 2 बजे के लगभग उसके भागने की जानकारी लगने पर थाने में हडकंप मच गया।
उसकी तलाश में पुलिसकर्मी रवाना किये गये। सुबह तक उसका कोई सुराग नहीं लगा पाया। पास्को एक्ट में गिरफ्तार युवक के थाने से भागने की जानकारी एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला को मिली तो उन्होने रात में ड्युटी पर तैनात प्रधान आरक्षक गोकुलसिंह को सस्पेंड करते हुए पहरे पर तैनात 2 होमगार्ड सैनिकों को लाइन भेज दिया।
इनका कहना
थाने से भागे युवक की तलाश में एक टीम उसके गांव डग भेजी गई है। वहीं एक टीम उसके रिश्तेदारों के यहां जानकारी जुटाने के लिये रवाना की गई है।
आकाश भूरिया, एएसपी ग्रामीण