लापरवाही: एसएनसीयू में 8 दिन का नवजात वॉर्मर से गिरा, माथे पर आई चोट

दूध पिलाने गई मां ने उठाया, सिविल सर्जन ने जांच के लिए दो डॉक्टरों की टीम गठित की

उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल में लापरवाही अपने चरम पर पहुंच गई है। यहां पर नवजात भी सुरक्षित नहीं हैं। शनिवार को एसएनसीयू में भर्ती एक नवजात वॉर्मर से गिर पड़ा। वो तो गनीमत रही कि उसकी मां ने उसे देख लिया और हंगामा मचाया तब कहीं जाकर डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सक्रिय हुआ। उसके पिता ने सिविल सर्जन से मामले की शिकायत की है। श्री वर्मा ने उनको कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

पत्रकार रोहित रायकवार की पत्नी रीना की 28 मई को चरक अस्पताल में प्रसूति हुई थी। उसको 4 जून को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। घर पर ले जाने के बाद नवजात को पेशाब में आ रही परेशानी को देखते हुए परिजनों ने उसको शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाया तो उसने आंखें पीली दिखने जांच कराने को कहा। जांच रिपोर्ट में पीलिया पाए जाने पर उसे एसएनसीयू में भर्ती कराने को कहा। डॉक्टर ने उसको पीलिया बताया।

एसएनसीयू में भर्ती कराने के बाद शनिवार रात 9.25 बजे के आसपास जब उसकी मां दूध पिलाने गई तो देखा कि उसका 8 दिन का बच्चा वॉर्मर से गायब है। स्टेप डाउन यूनिट में प्रवेश करने के बाद उसने अपना बच्चा जमीन पर औंधे मुंह पड़ा दिखा। वह रो रहा था। उसकी मां ने हंगामा मचाते हुए उसके पिता रोहित रायकवार को इसकी सूचना दी।

ड्यूटी डॉक्टर ने कहा- अपने आप गिरा

नवजात के परिजनों ने जब उसे उठाया तो देखा कि उसके माथे पर गूमड़ उछला हुआ है और वह लगातार रो रहा है। हाथ की केथेड्रिल खिसकने से उसके हाथों में भी सूजन है। इसकी शिकायत उन्होंने ड्यूटी डॉक्टर दिलीप वास्कले से की तो उन्होंने कहा कि बच्चा वॉर्मर से अपने आप गिर गया है। वॉर्मर की साकेट खुल जाने का उन्होंने हवाला दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि यदि आपको भरोसा नहीं है तो बच्चे को कहीं और ले जाकर भर्ती कराओ। डॉक्टर की दी हुई दलील उसके परिजनों के गले नहंी उतरी क्योंकि नवजात केवल 8 दिन का है और वह सही तरह से हाथ पैर भी नहीं हिला सकता। इसकी शिकायत रोहित रायकवार ने सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा से की तो उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

स्टेप डॉउन यूनिट में सीसीटीवी नहीं

कितनी लापरवाही की बात है कि एसएनसीयू के स्टेप डॉउन यूनिट में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। जबकि दूसरे निजी अस्पतालों में बच्चों की विशेष निगरानी की जाकर यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि बच्चा चोरी आदि की घटना न हो सके। लेकिन चरक अस्पताल इतनी बड़ी यूनिट होने के बाद भी यहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होना कहीं ना कहीं बड़ी चूक माना जा सकता है। आगामी दिनों में यहां से बच्चा चोरी की घटना हो जाए तो उसे ढूंढने में ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा।

जांच के लिए टीम गठित

नवजात के गिरने का मामला सामने आया है। नवजात वॉर्मर में हाथ पैर चलाने के कारण प्रथम दृष्टया गिरना पाया गया है। भगवान की कृपा रही कि उसको ज्यादा चोट नहीं आई है। दो डॉक्टरों को जांच के लिए नियुक्त किया गया है। आज मामले की जांच रिपोर्ट आ जाएगी। -डॉ. पीएन वर्मा, सिविल सर्जन

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