आरोपी के पकड़ाने पर पता चलेगा एसिड इक्कठा करने का कारण
उज्जैन,अग्निपथ। कालिया देह महल के पास गोदाम से 420 लीटर एसिड जब्त कर भैरवगढ़ पुलिस ने सराहनीय कार्य किया, लेकिन पास ही बंद पड़ी साबुन फैक्ट्री की तलाशी नहीं लेने पर सवाल खड़े हो गए है। वहीं रविवार तक आरोपी के गिरफ्त में नहीं आने से भारी मात्रा में एसिड इक्कठा करने की वजह भी अब तक पुलिस को पता नहीं चल सकी है।
वेदनगर निवासी राकेश मुकाती का कालियादेह महल पर बंद पड़ी साबुन फैक्ट्री के पास गोदाम है। शनिवार रात टीआई सतनामसिंह ने उसके गोदाम पर दबिश डाली थी। यहां तलाशी में 12 केन में भरा 420 लीटर एसिड जब्त हुआ था। 16 हजार का एसिड मिलने पर पुलिस ने मुकाती को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह खिडक़ी से कूदकर भाग गया। रविवार को उसे खोजा, लेकिन सफलता नहीं मिली।
यहीं वजह है कि पता नहीं चल सका कि एसिड किस उद्देश्य से मंगवाया गया था। खास बात यह है कि भारी मात्रा में एसिड मिलने पर भी गोदाम से जुड़ी करीब 10 साल से बंद पड़ी साबुन फैक्ट्री को चैक नहीं किया। जबकि संभव है तलाशी में पुलिस को कुछ सुराग हाथ लग जाता।
झिंझरकांड के आरोपी का भाई होने से शक
पुलिस ने गोदाम पर झिंझर (अवैध शराब) बनाने की सूचना पर दबिश डाली थी। हालांकि शराब बनाने के कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन एसिड शराब बनाने में उपयोगी माना। जबकि पुलिस अफसरों का ही मानना है कि शराब स्प्रिट से बनाई जाती है। स्प्रिट से शराब बनाने के लिए उसमें भी यूरिया व अन्य पदार्थ 6 गुना मात्रा में मिलाना जरूरी है जो यहां नहीं मिले। गोदाम मालिक मुकाती का भाई जितेंद्र झिंझरकांड में पकड़ा जा चुका है इसलिए मामले को उससे जोडक़र देखा जा रहा है।
मुकाती के पकड़ाने पर खुलेगा राज
टीआई सतनामसिंह ने बताया कि मुकाती के गिरफ्त में आने पर ही पता चल सकेगा कि वह एसिड कहां से, क्यो और कब लाया था। उन्होंने कहा कि एफएसएल से भी एसिड की जांच कर उसके उपयोग का पता लगाने का प्रयास करेंगे। फिलहाल आरोपी मुकाती पर विष अधिनियम सहित अन्य धाराओं मेें केस दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि जब्त एसिड जेवर चमकाने, टायलेट सफाई आदि में काम आता है।
डेढ़ माह पहले पकड़ाई थी फैक्ट्री
सर्वविदित है ग्राम बांसखेड़ी के सामुदायिक भवन से जूड़े कमरे में भाजपा समर्थित संरपच नरेंद्र कुमावत अवैध शराब का कारखाना चलाता था। 16 अप्रैल को भैरवगढ़ पुलिस ने ही छापा मारकर 1600 लीटर स्प्रीट जब्त कर फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था। मामले में कुमावत व सप्लायर का साथी जेल में है।