प्रत्येक जिलाध्यक्ष को दिया एक महीने का समय
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौत की सच्चाई का पता लगाने के लिए युवा कांग्रेस को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक जिले में संगठन के जिलाध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं कि वह सूचना के अधिकार (आरटीआई) में आवेदन लगाकर मौत के आंकड़ों का सच पता करके प्रदेश कार्यालय को बताए। इसमें जिन लोगों की मौत हुई है उनसे मौत के कारणों का पूछने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि प्रदेश में सच्चाई को सामने लाया जा सके।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया का निर्देश है कि संगठन पदाधिकारी व सदस्य केवल धरना प्रदर्शन ही नहीं करे। अपितु लोगों को राहत दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाए। इससे आम लोगों को कोरोना संकट में मदद मिल सके। इसके साथ ही मजबूत विपक्ष की भूमिका भी निभाई जाए। युकां महामंत्री नदीम पटेल का कहना है कि कोरोना से जिनके परिवार में क्षति हुई है।
युवक कांग्रेस कार्यकर्ता उनके हक में लडऩे की तैयारी कर चुके हैं। प्रत्येक जिले में इसकी योजना बनाई जा रही है। संगठन से हरी झंडी मिलते ही न्याय के लिए संघर्ष शुरू हो जाएगा। क्योंकि सरकार प्रदेश में मात्र 8 हजार लोगों की मौत का आंकड़ा बता रही है। जबकि सच्चाई कुछ और ही है।
कोरोना मृत्यु का दर्जा दिलाने की पहल
युवक कांग्रेस के महामंत्री नदीम पटेल का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के निर्देश पर युवक कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्ष कोरोना से होने वाली मौत की सच्चाई पता करने में जुट गए हैं। एक माह में वे आरटीआई लगाकर जानकारी हासिल कर लेंगे। जिन लोगों के नाम सामने आएंगे। उनके परिवार से पूछा जाएगा कि परिवार की सदस्य की मौत को सराकर ने कोरोना से हुई मौत माना है या नहीं। अगर नहीं माना है तो उनके परिवार के सदस्य को कोरोना है इसकी जानकारी कैसे मिली।
सीटी स्केन से, आरटीपीसीआर जांच या अस्पताल में उपचार के दौरान डॉक्टर से। इसके बाद भी अगर उस परिवार को कोरोना मौत का दर्जा नहीं दिया गया और मुआवजा से वंचित किया गया है तो युवक कांग्रेस उन लोगों को उनका हक दिलाएगी। न्याय की लड़ाई लड़ेगी और कोरोना मृत्यु प्रमाण पत्र दिलाएगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं सभी के प्रेरणा स्रोत
युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीबी श्रीनिवास ने कोरोना संकट के दौर में जिस तरह से लोगों की मदद की और समय रहते लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया है। उससे पूरे देश में युवक कांग्रेस की एक नई छबि बनकर उभरी है। युवक कांग्रेस समाजसेवा जैसे काम में भी सक्रिय भूमिका निभाती है और उसके सार्थक परिणाम सामने आते हैं। पटेल का कहना है कि इसी के बाद पूरे देश में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संकट के दौर में मदद के लिए प्रेरित किया है।
प्रदेश में तीन झोन, प्रत्येक में 17 जिले शामिल
संगठन को मजबूत करने के इरादे से प्रदेश के तीन झोन में बांटा है। इंदौर, भोपाल-ग्वालियर और जबलपुर। प्रत्येक झोन में 17 -17 जिले शामिलहै। इनके लिए तीन राष्ट्रीय प्रभारी भी बनाए गए हैं। इंदौर झोन में ईशिता शेडा, भोपाल -ग्वालियर झोन के राष्ट्रीय प्रभारी शेषनारायण ओझा और ग्वालियर झोन का राष्ट्रीय प्रभारी अंकित डेडा को बनाया गया है। ये तीनों प्रत्येक जिले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। हर महीने जिलों की रिव्यू मीटिंग हो रही है। इसमें जिलाध्यक्षों से उनके काम की समीक्षा की जा रही है।
लोगों को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में जाएंगे
युवा कांग्रेस की एक माह तक चलने वाली कवायद के बाद भी अगर सही आकड़े सामने नहीं आते हैं और जिन लोगों की मौत कोरोना से हुई है और सरकार अगर उन्हें मुआवजा नहीं देती है तो युवक कांग्रेस नेता मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी में भी जुटे हुए हैं। इसके लिए वकीलों का पैनल बनाकर उनसे सलाह ली जा रही है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि प्रत्येक जिले में या हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई जाएगी। परन्तु यह तय कर लिया गया है कि लोगों को उनका हक दिलाने के लिए युवक कांग्रेस कोर्ट में जाएगी।