शहर भर की सडक़ों को खोदने वाली टाटा कंपनी के काम पर अब रोक लगाने का समय आ गया है। टाटा कंपनी द्वारा शहरभर में सीवरेज लाइन डालने का काम जोरशोर से किया जा रहा है। अधिकांश स्थानों पर टाटा कंपनी द्वारा सडक़ें खोद दी गई हैं।
आगामी दिनों में वर्षा काल सिर पर है। शहर की सडक़ों को तालाब बनने में जरा-सा भी समय नहीं लगता है। थोड़ी देर ही जोरदार बारिश होती है तो शहर की सडक़ें जलमग्र हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में खोदी गई सडक़ों पर दुर्घटना का भय अत्यधिक हो जाता है। टाटा कंपनी की लापरवाहियों के कारण शहर में कई लोगों को खो दिया है।
यदि समय रहते टाटा कंपनी पर अंकुश नहीं लगाया गया तो इस आंकड़े में और इजाफा होना तय है। टाटा कंपनी द्वारा अधिकांश स्थानों पर पेटी कांट्रेक्ट पर काम कराया जा रहा है। संसाधन के अभाव में सडक़े खोदने के बाद कई दिनों तक उन्हें भरा नहीं जाता है। कई स्थानों पर पाइप-लाइन डलने के बाद भी कई महीनों तक उसे भरा नहीं गया है।
वर्षा काल में इस तरह की समस्या और अधिक रहने वाली है। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि समय रहते टाटा कंपनी के काम पर रोक लगा दी जाए या फिर उन्हें निर्देश दिए जाएं कि जिन स्थानों पर खुदाई का काम चल रहा है, वहां पर तगड़ी बेरिकेडिंग की जाए, ताकि हादसों को रोका जा सके।