उज्जैन। लगभग 17 साल पहले बंधक प्लाट बेचना अब भारी पड़ा। करीब आठ माह पहले दर्ज केस में रविवार को कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
टीआई शंकरसिंह चौहान ने बताया कि शास्त्रीनगर निवासी सुरेश प्रजापत को रविवार दोपहर धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ 17 नवंबर 2020 को मालीपुरा हाल मुकाम मालनवासा निवासी रघुनाथ पिता भगवान बारोड़ ने रिपोर्ट की थी। आरोप है कि प्रजापत ने नगर निगम में बंधक रखे प्लाट वर्ष 2004 में उन्हें 10 लाख रुपए में बेचे थे।
उन्हें आठ माह पहले प्लाट पर निर्माण शुरू करने पर नगर निगम द्वारा काम रोक कर नोटिस देने पर धोखे का पता चला था। मामले जांच जारी है और भी आरोपी बढ़ सकते हैं। याद रहे बंधक प्लाट की रजिस्ट्री में प्रजापत परिवार के 14 लोगों के नाम है, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
नानाखेड़ा में भी जांच लंबित
प्रजापत बंधुओं के खिलाफ करीब एक सप्ताह पहले शांतिनगर चौराहा निवासी टेंट हाउस संचालक ओमप्रकाश पिता बद्रीलाल परमार ने भी आवेदन दिया। उन्होंने भी सांवरिया परिसर में बंधक प्लाट करीब 10 लाख रुपए में बेचने की शिकायत की है। मामले में जांच के बाद केस दर्ज होना तय है।
फंस सकते हंै कालोनाइजर
खास बात यह है कि आरोपी ने मामले में कॉलोनाइजर कांग्रेस नेता महेश सुगंधी व सावित्री छजलानी के खिलाफ शिकायत कर रखी है। दावा है कि उन्होंने तीन भूखंड छोडक़र शेष जमीन बेची थी। लेकिन कॉलोनाइजर ने उक्त भूखंड बंधक रख दिए थे, जिसकी जानकारी नहीं होने पर उन्होंने बेचे थे।