देवराखेड़ी की किशोरी मामले में जांच के लिए आई मालेगांव पुलिस
उज्जैन,अग्निपथ। एक साल पहले किशोरी से हुए दुष्कर्म के केस की जांच के लिए मंगलवार को मालेगांव पुलिस आई। यहां ग्राम देवरीखेड़ा में पीडि़ता के मृत शिशु का शव कब्र से निकालकर डीएनए सेंपल लिया।
सेंधवा स्थित ग्राम सालीकला हाल मुकाम देवरीखेड़ा की नाबालिग के साथ वर्ष 2020 में मालेगांव में बिहार निवासी माजिद ने दुष्कर्म किया था। ज्यादती के बाद उसने किशोरी को खुर्शीद व कलाम को सौंप दिया। दोनों ने किशोरी के साथ कई दिन ज्यादती की थी। कुछ माह पहले किशोरी उनसे छूटकर उज्जैन आई और चरक हास्पीटल में शिशु को जन्म दिया तो घटना का पता चला।
मामले में महिला थाना पुलिस ने जीरो पर कायमी कर प्रकरण मालेगांव पुलिस को भेज दिया। केस की जांच के दौरान नवजात शिशु की मौत होने पर शव देवरीखेड़ा में दफनाया था। मामले में माजिद के पकड़ाने पर दुष्कर्म के प्रमाण जुटाने के लिए शिशु के डीएनए रिपोर्ट की जरूरत होने पर मंगलवार को मालेगांव एसआई जगदीश बोरसे टीम के साथ आए और यहां एसआई उधमसिंह, आरक्षक पूजा यादव व तहसीलदार के साथ मौके पर गए। टीम ने वहां कब्र से शिशु का शव निकालकर डीएनए सेंपल लेकर वापस दफना दिया।
झांसे में लेकर पकड़ा था आरोपी को
सर्वविदित है किशोरी से दुष्कर्म सामने आने पर यहा हिंदूवादी संगठन ने आरोपी माजिद को कुछ माह पहले झांसे में लेकर बुलाया था। यहां आते ही उसे देवासगेट थाने को सौंप दिया था, जिसे मालेगाव पुलिस ले गई थी।
ऐसे बनाया था किशोरी को शिकार
मालेगांव एसआई बोरसे ने बताया कि किशोरी मां के साथ मजदूरी करती थी। वहां माजिद ने उसे प्रेमजाल में फांसकर दुष्कर्म किया। बाद में बिहार के ही खुर्शीद को सौंप दिया। उसने पूना व दिल्ली ले जाकर ज्यादती की फिर कलाम पटना ले गया और दुष्कर्म करता रहा। मामले में खुर्शीद व कलाम अब तक गिरफ्त में नहीं आए हैं।