बड़ा हादसा टला : सीवरेज वालों ने डेमेज कर दी गैस की पाइप लाइन, मंदिर के दिए-घर के चूल्हे बुझाए
उज्जैन, अग्निपथ। पुराने शहर के शिवशक्ति नगर में गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। यहां सीवरेज लाइन डालने का काम कर रहे पेटी ठेकेदार के कर्मचारियों ने अंडर ग्राउंड पाइप गैस लाइन को डैमेज कर दिया। इलाकें में गैस का रिसाव हुआ तो लोगों ने कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया।
करीब आधे घंटे तक इस इलाके में डैमेज लाइन से गैस का रिसाव होता रहा।
यह घटना गुरूवार दोपहर करीब 11.30 बजे की है। शिवशक्ति नगर की गली नंबर 3 में एक बैकहो लोडर से खुदाई शुरू की गई। मौके पर न सीवरेज ठेकेदार टाटा कंपनी के अधिकारी थे और न ही नगर निगम के जोन के कोई कर्मचारी।
गली की खुदाई करने के दौरान लोडर ड्राइवर ने भूमिगत गैस पाइप लाइन तोड़ डाली। आसपास के घरों में जब लोगों को गैस रिसाव का एहसास हुआ तो खलबली मच गई। तत्काल ही घरों में गैस के चूल्हे बंद किए गए। नजदीक ही एक मंदिर है यहां दीए और अगरबत्ती लगी हुई थी, इसे बुझाया गया। शिवशक्ति नगर में रहने वाले लोगों ने बैकहो लोडर के चालक को काम बंद करने के लिए कहा। पहले उसने लोगों को सरकारी काम में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज करवाने की धमकी दी, हालांकि विरोध तेज हुआ तो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया।
टाटा कंपनी के अधिकारियों ने ही अवंतिका गैस कंपनी की टीम को फोन कर मौके पर बुलाया और लीकेज लाइन को दुरूस्त किया गया। इस दौरान करीब 45 मिनट तक इलाके में गैस का रिसाव होता रहा। इलाके के लोगों का आरोप है कि टाटा कंपनी ने इस इलाके में एन.के. इंफ्रा कंपनी को पेटी ठेका दिया हुआ है।
एनके इंफ्रा के कोई जिम्मेदार मौके पर मौजूद ही नहीं थे। नगर निगम के जोन क्रमांक 2 के सहायक यंत्री साहिल मैदावाला को भी बाद में लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सहायक यंत्री ने नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद देर शाम टाटा कंपनी को मामले में लापरवाही बरतने का नोटिस जारी किया गया।
बड़ा हो सकता था हादसा
शिवशक्ति नगर में बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। क्षेत्रीय रहवासियों ने बहुत संयम रखा। सडक़ की खुदाई शुरू करने से पहले न तो नगर निगम के जोन कार्यालय को सूचना दी गई, न गैस कंपनी को और न ही पीएचई को। यह बहुत बड़ी लापरवाही है। – शिवेंद्र तिवारी, पूर्व जोन अध्यक्ष