कोरोना संकट के साथ ही महंगाई बढ़ रही है। इससे आम आदमी त्रस्त होता जा रहा है। कांग्रेस ने आम लोगों की इस परेशानी को समझ लिया है और वह लगातार आंदोलन करने लगी है। इससे उसके साथ आम लोग जुडऩे लगे हैं।
लगातार अच्छे फीड बैक की वजह से कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई है। उसने अपने सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को साफ -साफ निर्देश दे दिया है कि अब पेट्रोल-डीजल के बढ़ रहे दाम पर प्रभावी और लगातार आंदोलन चलते रहना चाहिए। ताकि आम आदमी के सामने मोदी और शिवराज सरकार की विफलता को उजागर किया जा सके।
पूरी तरह से जनता द्वारा नकारे जाने के बाद कांग्रेस नेता भी संगठन से मिले निर्देश के बाद मैदान में आने की तैयारी करने लगे हैं। अब उन्हें भी यह समझ में आने लगा है कि अगर आम लोगों की समस्या पर आंदोलन नहीं किया और उनकी बात को सही समय पर नहीं उठाया तो उनका अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
अभी बीमारी से परेशान आदमी बढ़ती महंगाई से त्रस्त है। अगर अभी इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया और सरकार बैकफुट पर आकर पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी करती है तो उसका सीधा लाभ कांग्रेस को मिलेगा। आगामी स्थानीय निकाय के चुनाव में इसका लाभ उन्हें मिलेगा। जनता को बता सकेंगे कि वह सडक़ पर उनके लिए संघर्ष करते रहे हैं।